जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी(JNU) में 2019-20 सत्र का एडमिशन प्रोसेस का शेड्यूल का आ चुका है। सभी कोर्स के आवेदन फॉर्म 15 मार्च से यूनिवर्सिटी की ऑफिसियल वेबसाइट पर उपलब्ध होंगे।
लेकिन विवाद ये है कि देश के इस प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी में दाखिला लेना अब महंगा हो गया है। साथ ही यूनिवर्सिटी के ई प्रॉस्पेक्टस जारी करने से पहले ही प्रॉस्पेक्टस लीक हो गया है। और भी कई तरह के मुद्दें है जो JNUSU उठा रहा है।
इस साल जेएनयू प्रवेश परीक्षा ऑनलाइन माध्यम से कराई जाएगी। JNU छात्रसंघ का कहना है कि प्रशासन प्रॉस्पेक्टस जैसे मूल दस्तावेज़ सुरक्षित नहीं रख पाई ऐसे में जेएनयू छात्रसंघ या जेएनयू के छात्र प्रशासन पर कैसे विश्वास करें कि वे स्वतंत्र और निष्पक्ष ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा का आयोजन बिना पेपर लीक किये आयोजित कराने में सफल हो सकेंगे?
JNU छात्र संघ ने गुरुवार को हड़ताल का ऐलान किया। जेएनयू छात्र संघ का आरोप है कि यूनिवर्सिटी के ई प्रॉस्पेक्टस जारी करने से पहले ही जेएनयू का प्रॉस्पेक्टस लीक हो गया है। प्रॉस्पेक्टस में बताई गई एंट्रेंस फीस 300 प्रतिशत बढ़ा दी गई है। साथ ही यूनिवर्सिटी ने स्कूल ऑफ़ लैंग्वेज में बी.ए लेटरल एंट्री प्रोग्राम बंद कर दिए हैं। पूर्व में एम.फिल और पी.एचडी जो कि एक ही प्रोग्राम हुआ करता था उसे भी अब अलग-अलग किया जाएगा।
बता दें ये सभी जानकारी लीक हुए प्रॉस्पेक्टस से मिली हैं। जेएनयू छात्र संघ का इलज़ाम है कि ये सभी फैसले छात्र संघ को अकादमिक काउंसिल और एडमिशन मीटिंग से दूर रखकर गैर आधिकारिक तौर पर लिए गए हैं।
300 प्रतिशत फीस बढ़ोतरी के बाद अब एक स्ट्रीम में चॉइस भरने के लिए जनरल केटेगरी के छात्रों को 3600 रूपए, ओबीसी छात्र को 2700 रूपए व एससीएसटी और अन्य छात्रों को 1800 रूपए भरने पड़ेंगे। प्रॉस्पेक्टस में यह भी बताया गया है कि अगर किसी वजह से कोई स्टूडेंट एग्जाम ना दे पाया तो पैसे रिफंड नहीं होंगे। पिछले साल छात्र आवेदन के दौरान एक से तीन स्ट्रीम चुना जा सकता था।
जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष एन साई बालाजी का ने कहा कि वीसी ने अलोकतांत्रिक तरीकों का इस्तेमाल किया और अकादमिक काउंसिल, एक्सीक्यूटिव कौंसिल की बैठकों और अन्य समितियों के विचारों को नकारते खुद सारे फैसले ले लिए।
छात्रसंघ का आरोप है कि वीसी जगदीश कुमार ने आते ही लाइब्रेरी फण्ड 80 प्रतिशत तक कम कर दिया और उन पैसों का प्रयोग कैंपस के सौंदर्यीकरण और स्टेचू बनवाने के लिए किया जा रहा है।