2002 के नरोदा ग्राम नरसंहार मामले की सुनवाई कर रहे विशेष एसआईटी जज एमके दवे का तबादला कर दिया गया है। उनका तबादला गुजरात हाईकोर्ट के आदेश पर वलसाड के प्रिंसिपल डिस्ट्रिक्ट जज के तौर पर किया गया है।
गुजरात हाई कोर्ट की ओर से शुक्रवार को जारी की गई नोटिफिकेशन के मुताबिक, न्यायाधीश दवे की जगह एसके बक्शी लेंगे जो यहां ट्रांसफर किये जाने से पहले भावनगर के प्रिंसिपल डिस्ट्रिक्ट जज थे। दवे उन 18 प्रिंसिपल डिस्ट्रिक्ट जज में से एक हैं जिनका ट्रांसफर गुजरात हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस ने किया है।
मुख्य न्यायाधीश ने 17 डिविजन के सत्र न्यायाधीश भी नियुक्त किये हैं। एमके दवे नरोदा गाम दंगा मामले में अंतिम दलीलें सुन रहे थे। इस मामले में गुजरात की पूर्व मंत्री और बीजेपी नेता माया कोडनानी एक आरोपी हैं। कोडनानी के वकील ने पिछले हफ्ते मामले में अपनी दलीलें शुरू की थीं। दवे के तबादले के बाद हो सकता है कि इस मामले की नए सिरे से दोबारा शुरू हो। जबकि इस मामले की सुनवाई लगभग पूरी हो चुकी थी।
बता दें कि नरोदा ग्राम नरसंहार 2002 के उन 9 बड़े दंगों में से एक था, जिनकी सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित एसआईटी ने जांच की थी। साल 2002 के दंगो में नरोदा ग्राम इलाके में अल्पसंख्यक समुदाय के 11 लोग मारे गए थे।
इस मामले में कुल 82 लोग मुकदमे का सामना कर रहे हैं। माया कोडनानी इस मामले में एक आरोपी हैं। वह उस वक्त गुजरात सरकार में महिला एवं बाल विकास मंत्री थीं।