केंद्र में सत्तारूढ़ मोदी सरकार देश के विकास के नाम पर निजीकरण करने पर तुली हुई है। विपक्षी पार्टियों द्वारा लगातार यह आरोप लगाए जा रहे हैं कि मोदी सरकार देश को पूंजीपतियों के हाथों बेच रही है।
जिसके बाद 1 दिन ऐसा आएगा कि आम जनता एक बार फिर से बड़े पूंजीपतियों की गुलाम बन जाएगी।
वही खुद को फकीर कहने वाले पीएम मोदी झोला उठाकर दुनिया की सैर करने निकल जाएंगे।
मोदी सरकार के कार्यकाल में जितनी तेजी से सरकारी संस्थानों का निजीकरण किया जा रहा है। जल्द ही ऐसा समय आने वाला है। जब देश का गरीब तबका गरीबी और भुखमरी से मरने पर मजबूर हो जायेगा।
समझने की बात यह है कि सरकारी संस्थानों का जब निजीकरण हो जाएगा तो पूंजीपतियों की ही मनमानी चलेगी। संवैधानिक तौर पर हमें मिले अधिकारों का हनन किया जाएगा।
इस मामले में मशहूर शायर और पूर्व आप नेता कुमार विश्वास ने मोदी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट कर देश में होने वाले निजी करण पर सवाल खड़े किए हैं।
डॉक्टर कुमार विश्वास ने लिखा है कि “बिजली प्राइवेट/पानी प्राइवेट, स्वास्थ्य प्राइवेट/शिक्षा प्राइवेट, सुरक्षा प्राइवेट/दूरसंचार प्राइवेट, रक्षा प्राइवेट/खेती प्राइवेट, सड़क प्राइवेट/रेल स्टेशन प्राइवेट, पोर्ट-एअरपोर्ट प्राइवेट। मालिक जब नागरिक की हर सुविधा, प्राइवेट सैक्टर सँभालेगा तो हम आपको इतना टैक्स क्यूँ देते हैं।”
गौरतलब है कि हाल ही में आरटीआई के हवाले से पता चला है कि सरकार कुल 26 कंपनियों के निजीकरण की तैयारी में है। विपक्षी पार्टियों द्वारा भाजपा सरकार निजीकरण की आड़ में रोजगार खत्म करने के आरोप लगाए जा रहे हैं।
इस मामले में कई बार कांग्रेस नेता राहुल गाँधी ने पीएम मोदी को घेरा है।
बिजली प्राइवेट/पानी प्राइवेट
स्वास्थ्य प्राइवेट/शिक्षा प्राइवेट
सुरक्षा प्राइवेट/दूरसंचार प्राइवेट
रक्षा प्राइवेट/खेती प्राइवेट
सड़क प्राइवेट/रेलस्टेशन प्राइवेट
पोर्ट-एअरपोर्ट प्राइवेट
मालिक🙏जब नागरिक की हर सुविधा, प्राइवेट सैक्टर सँभालेगा तो हम आपको इतना टैक्स क्यूँ देते हैं😢— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) October 6, 2020