श्रीनगर के एलाहीबाग इलाके के छात्र असरार अहमद की मौत के मामले में नए ख़ुलासे सामने आए हैं। पुलिस के दावों के उलट छात्र की मेडिकल रिपोर्ट से पता चला है कि उसकी मौत पैलेट गन से घायल होने की वजह से हुई है। इससे पहले पुलिस ने दावा किया था कि छात्र की मौत पत्थर लगने से हुई है।
सौरा स्थित शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज ने छात्र का डेथ सर्टिफिकेट जारी किया है। जिसके मुताबिक, असरार की मौत पैलेट गन और आंसू गैस के गोलों से घायल होने के कारण हुई है। मेडिकल रिपोर्ट में बताया गया है कि असरार के चेहरे और आंखों पर पैलेट गन से घायल होने के निशान थे।
बता दें कि पिछले महाने कश्मीर के सौरा में पुलिस की कार्रवाई के दौरान 18 वर्षीय असरार अहमद खान घायल हो गया था। जिसके बाद सौरा के शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में भर्ती कराया गया था। करीब एक महीने बाद 3 सितंबर को उसकी मौत हो गई। पुलिस पर आरोप लगा कि असरार पुलिस की गोली लगने से घायल हुआ।
हालांकि पुलिस ने तब सफ़ाई देते हुए कहा था कि छात्र को कोई गोली नहीं लगी थी। पुलिस अधिकारियों का दावा था कि छात्र किसी भोथरी चीज से घायल हो गया जब भीड़ भारी पथराव कर रही थी। लेकिन अब मेडिकल रिपोर्ट के सामने आने से ये साबित हो गया है कि असरार की मौत पत्थरबाज़ी की वजह नहीं बल्कि पुलिस की पैलट गन से हुई।
असरार कैसे हो गया था पैलट गन का शिकार?
असरार के भाई के मुताबिक, 6 अगस्त की शाम करीब पांच बजे असरार अपने घर के पास इलाही मैदान में दोस्तों संग क्रिकेट खेल रहा था। इसी दौरान उसकी गेंद 90 फुटा रोड पर चली गई जहां असरार बाउंड्री पार कर पहुंचा था। तभी वहां सीआरपीएफ की टुकड़ी पहुंच गई और सबसे कहने लगी कि कर्फ्यू लग गया है, सब लोग चले जाएं। लेकिन इससे पहले असरार वापस आता सुरक्षाकर्मियों ने पैलेट गन से फायरिंग शुरु कर दी। जिसमें असरार घायल हो गया।
कैसा था असरार अहमद खान?
18 वर्षीय असरार अहमद ख़ान काफी होनहार था। उसने 10वीं बोर्ड की परीक्षा में 10 में से 9 प्वाइंट हासिल किए थे। मैथ और साइंस में 100 में से 100 अंक हासिल किए थे। वह डॉक्टर बनना चाहता था और क्रिकेट टीम के कैप्टन विराट कोहली का ज़बरदस्त फैन था। असरार क्रिकेट का इतना अच्छा खिलाड़ी था कि उसके शानदार प्रदर्शन की ख़बरें अख़बारों में भी आई थीं।