लोकसभा चुनाव के बाद अल्पसंख्यकों पर होने वाले हमले बढ़ गए है। दिल्ली में सिख से पुलिस से मारपीट हो या फिर एक मुस्लिम युवक से जय श्री राम ना कहने पर कार से टक्कर मार देने के बाद अब झारखंड में एक मुस्लिम युवक से जबरन जय श्री राम और जय हनुमान बोलने के लिए मजबूर किया गया।
इसके बाद धार्मिक नारे लगवाए गए और बिजली के पोल से बांधकर इतना पीटा कि युवक की मौत हो गई।
12 मिनट के वायरल हो रहें वीडियो में वीडियो में साफ देखा जा सकता की कैसे बहुसंख्यकवाद हावी होता जा रहा है। घटना बीते 18 जून की है झारखंड के खरसावां जिले में तबरेज नाम के मुस्लिम युवक को पहले चोरी के शक में पकड़ा गया. उसके बाद में उसे खंभे से बांधकर बेरहमी से पीटा गया। मौके पर जमा भीड़ इस पर भी नहीं रुकी। भीड़ ने मुस्लिम युवक से जबरन जय श्री राम के नारे लगवाए। जब युवक मरने लगा तो हत्यारी भीड़ ने उसे पुलिस के हवाले कर दिया।
पुलिस ने उसे गंभीर स्थिति अस्पताल में भर्ती करवाया मगर 22 जून को दम तोड़ दिया। उनकी पत्नी शाइस्ता परवीन ने वह 17 जून की रात थी। मेरे शौहर जमशेदपुर से गाँव वापस लौट रहे थे, तभी घातकीडीह गाँव में कुछ लोगों ने उन्हें घेर लिया। चोरी का आरोप लगाकर रात भर उन्हें बिजली के पोल से बाँधकर रखा। उनसे ख़ूब मारपीट की गई और जय श्री राम व जय हनुमान बोलने के लिए कहा नहीं बोलने पर मेरे शौहर को बहुत पीटा। सुबह होने पर उन्हें सरायकेला थाने की पुलिस को सौंप दिया।
पुलिस ने मारपीट करने वालों पर कार्रवाई की जगह मेरे शौहर को ही चोरी के आरोप में जेल भेज दिया। उन्हें अंदरूनी चोटें भी थीं. इससे कल उनका इंतक़ाल हो गया। ये बातें उन्होंने बीबीसी से बात करते हुए कही उन्होंने ये भी बताया की मैंने पुलिस से इसकी लिखित शिकायत की है. उन्हें मेरी रिपोर्ट दर्ज कर मुझे इंसाफ़ दिलाना चाहिए। तबरेज़ सिर्फ 24 साल के थे उनका क़त्ल किया गया है। इस मामले में पुलिस और जेल प्रशासन ने लापरवाही की है। इसकी उच्चस्तरीय जाँच होनी चाहिए।