मोदी सरकार के 6 वर्ष बीतने वाले है, जिसको लेकर मोदी कैबिनेट अपनी उपलब्धियों के पुल बांध रही है तथा अपने कार्यकाल को शांतिकाल साबित करने में लगी है।
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुआ कहा कि मोदीजी के 6 वर्ष के कार्यकाल में एक भी बम विस्फोट नहीं हुआ है। जिसका कारण मोदीजी द्वारा उठाए गए कठोर कदम है।
जब पुलवामा में 300kg RDX का पता नहीं चला तो दिल्ली दंगों के मास्टरमाइंड का क्या पता चलेगा?
जिसके बाद लोगों ने प्रकाश जावड़ेकर पर देश को गुमराह करने के आरोप लगाए है। पत्रकार शाहबाज़ अंसारी ने प्रकाश जावड़ेकर से सवाल करते हुए पूछा- क्या पुलवामा अटैक के वक़्त नवाज़ शरीफ़ भारत के प्रधानमंत्री थे? क्या यह बम विस्फोट मोदी राज में नहीं हुआ था।
आजतक जनता को पता नहीं चला कि इतनी अधिक मात्रा में आरडीएक्स कहां से आया। यह हमला देश का सबसे बड़ा इंटेलिजेंस फैलियर था जिसके लिए आजतक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के लोगो से माफ़ी तक नही माँगी है।
Pulwama attack के वक्त नवाज़ शरीफ़ PM थे क्या हिंदुस्तान के? आजतक जनता को पता नहीं चला कि इतनी quantity में RDX आई कहा से. ये सबसे बड़ा intelligence failure था, जिसके लिए PM ने माफ़ी तक नही माँगी https://t.co/73jT4wmWUJ
— Shahbaz Ansar (@ShahbazAnsar_) March 7, 2020
प्रकाश जावेडकर के इस बयान को भाजपा के फ़र्ज़ी सैनिक प्रेम से भी जोड़ा जा रहा है। लोगो का कहना है कि क्या 40 से अधिक जवानों की शहादत के बाद भी भाजपा का पेट नहीं भरा है? क्यों बीजेपी इतने बड़े हमले को अपनी नाकामी नहीं मान रही है।
शहीद के पिता ने PM मोदी से पूछा- पुलवामा शहीदों के नाम पर जमा हुए करोड़ों रुपए का क्या हुआ?
जावेडकर के इस बयान से कुछ दिन पहले ही पुलवामा हमले के आरोपी को ज़मानत भी मिली थी। जिसके बाद चारों तरफ मोदी सरकार की आलोचना हुई थी और आज फिर से मोदी के मंत्री द्वारा इस हमले को नज़रअंदाज़ करना शहीद जवानों के परिवार वालो के जख्मों पर नमक छिड़कने का काम कर रहा है।