मोदी सरकार के शासनकाल में भारत का लोकतंत्र कमज़ोर हुआ है। इन दावों की तस्दीक अब जानी-मानी अंतरराष्ट्रीय पत्रिका ‘द इकोनॉमिस्ट’ ने कर दी है।
पत्रिका के सालाना ‘डेमोक्रेसी इडेंक्स’ में भारत 10 पायदान नीचे आ गया है। भारत को 2019 के लिए इंडेक्स में 51वें स्थान पर रखा गया है। इससे पहले के साल में भारत 41वें स्थान पर था। 2019 में भारत का डेमोक्रेसी (Democracy Index) स्कोर 6.9 रहा, जो 13 साल में सबसे कम है। मोदी सरकार के आने से पहले 2014 की बात करें तो भारत का डेमोक्रेसी स्कोर सबसे ज्यादा 7.92 था।
भारत ‘डेमोक्रेसी इडेंक्स’ में 10 रैंक गिरा, महुआ बोलीं- अब मोदी-शाह डेमोक्रेसी को भी गलत बता देंगे
इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व गृहमंत्री पी. चिदंबरम ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर ज़ोरदार हमला बोला है।
उन्होंने ट्वीट कर लिखा, भारत लोकतंत्र सूचकांक में 10 स्थान लुढ़क गया। पिछले दो साल के राजनीतिक घटनाक्रमों पर नजदीकी नजर रखने वाला कोई भी व्यक्ति यह जानता है कि लोकतंत्र को कुचला गया है और लोकतांत्रिक संस्थाओं को शक्तिहीन किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि जो लोग सत्ता में हैं वो असली टुकड़े-टुकड़े गैंग हैं।
Anyone who has closely observed the events of the last two years knows that democracy has been eroded and democratic institutions have been debilitated those who are in power are the real ‘tukde tukde’ gang.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) January 23, 2020
बता दें कि द इकोनॉमिस्ट ग्रुप’ अपने रिसर्च विभाग ‘द इंटेलिजेंस यूनिट’ की मदद से हर वर्ष एक ‘डेमोक्रेसी इंडेक्स’ जारी करता है। ये इंडेक्स चुनावी प्रक्रिया, सरकार की कार्यप्रणाली, और सामाजिक स्वतंत्रता के आधार पर तैयार किया जाता है।
बुधवार को इस यूनिट ने 165 देशों के बारे में अपनी ताज़ा रिपोर्ट जारी की। जिसमें भारत की स्थिति चिंताजनक रही। पत्रिका के मुताबिक, भारत की रैंकिंग में ये गिरावट कश्मीर से धारा 370 हटाने और सीएए लागू करने की वजह से नागरिको में बढ़े असंतोष के कारण आई है।