रिलायंस से लेकर लगभग सभी बड़ी-छोटी कंपनियां अपने कर्मचारियों की छंटनी और उनके वेतन में कटौती कर रही है.सुप्रीम कोर्ट पीड़ितों की याचिका सुनने तैयार नहीं है, संसद में भी सरकार इन कंपनियों का विरोध नहीं करने का निर्णय लिया है.
लेकिन पेंट्स बनाने वाली एक कंपनी अपने कर्मचारियों के पक्ष में मुस्तैदी से खड़ा हो गया है और एक भी कर्मचारी की छंटनी नहीं करने का फैसला लिया है.
वरन कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी का निर्णय लिया है. बावजूद इसके की कंपनी को कोरोना की वजह से नुकसान उठाना पड़ा है. वह कंपनी है एशियन पेंट्स. यह कंपनी पांच दोस्तों द्वारा शुरू किया गया था.
इस कंपनी के प्रबंध निदेशक अमित शिंगले हैं,उनका कहना है,”लोगों को नौकरी से निकालना एशियन पेंट्स की संस्कृति में नहीं है. इस मुश्किल समय में हम अपने कर्मचारी और देश के साथ है.”
एशियन पेंट्स कोविड-19 महामारी का मुकाबला करने के लिए केंद्रीय और राज्य आपातकालीन राहत कोषों में 35 करोड़ रुपए दे चुकी है. इसके साथ ही कंपनी भोजन, मास्क और सैनिटाइजर देने के लिए कई गैर सरकारी संगठनों के साथ भी काम कर रही है.
मुझे देश में फिलहाल इससे बड़ी देशभक्त कंपनी कोई नहीं दिख रही है. कथित देशभक्ति दिखा रहे पतंजलि ने तो कोरोना काल में अपने कई प्रोडक्ट के दाम दोगुना कर दिया है. मुश्किल खड़ी में देश और अपने कर्मचारियों के साथ खड़े ‘एशियन पेंट्स’ को आगे याद रखा जाना चाहिए.
विक्रम सिंह चौहान