झारखंड के सरायकेला में तबरेज़ अंसारी की भीड़ द्वारा हत्या के ख़िलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन किया गया। समाजिक संगठनों के कार्यकर्ताओं ने बुधवार, 26 जून को देश के अलग-अलग हिस्सों में सड़कों पर उतरकर अपना विरोध दर्ज कराया। समाजिक संगठनों द्वारा लोगों को एकजुट करने के लिए सोशल मीडिया पर पोस्टर जारी किए गए थे।

समाजिक संगठनों की इसी अपील पर देश के प्रमुख शहरों में लोग सड़कों पर उतरे और तबरेज़ को इंसाफ़ दिए जाने की मांग की। झारखंड की राजधानी रांची में भी लोग भीड़ हिंसा का शिकार हुए तबरेज़ को इंसाफ़ दिलाने के लिए सड़कों पर उतरे। यहां समाजिक संगठनों ने राजभवन के सामने धरना दिया।

धरने को संबोधित करते हुए यूपी के मशहूर शायर इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि यह बहुत ही संवेदनशील मामला है। सरकार को अपने आप को पाक साफ रखने के लिए इस पूरे मामले की सीबीआई से जांच करानी चाहिए। उन्होंने कहा कि एक बार फिर से देश में इस तरह की घटनाओं में अचानक वृद्धि आई है। इसलिए शासन में बैठे लोगों को इस पर गंभीरता पूर्वक विचार करना चाहिए।

झारखंड लिंचिंग पर बोले हार्दिक- हत्यारों के हथियार बदल गए, पहले गाय थी अब ‘जयश्रीराम’ मिल गए

इस प्रदर्शन में राष्ट्रीय जनता दल के पूर्व सांसद अली अनवर ने भी शिरकत की। उन्होंने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी के आने के बाद देश में नया शब्द मॉब लिंचिंग का इजाद हुआ है। अब सरकार की यह ज़िम्मेदारी है कि इस शब्द को समाप्त करने का प्रयास करें।

धरना प्रदर्शन के बाद राज्यपाल को आठ सूत्री मांग ज्ञापन सौंपा गया। जिसमें तबरेज अंसारी की हत्या में शामिल सभी दोषियों को कड़ी सजा देने, ऐसी घटना के लिए जिले के डीसी व एसपी को जवाबदेह बनाने, संप्रदाय विशेष के लोगों द्वारा लिंचिंग कांडों को रोकने के लिए विशेष कानून बनाकर फास्ट ट्रैक कोर्ट में मामला चलाने, ऐसे मामलों में पुलिस की भूमिका पर विशेष ध्यान देने की मांग भी गई है।

कांग्रेस का खुलासाः बाबा रामदेव और BJP के खनन माफियाओं ने ‘कांग्रेस प्रवक्ता’ की हत्या की

साथ ही राज्य के धार्मिक अल्पसंख्यकों, दलितों, आदिवासियों व अन्य कमजोर तबके के लोगों पर संप्रदाय विशेष द्वारा किए जा रहे हमले और उन्हें सत्ता द्वारा संरक्षण दिए जाने पर भी रोक लगाने की मांग की गई है। क्या है पूरा मामला? 17 जून की रात तबरेज अंसारी को भीड़ ने पहले चोरी के शक में पकड़ा था। बाद में उसे खंभे से बांधकर बेरहमी से पीटा गया। भीड़ अंसारी को 18 घंटे तक लगातार मारती रही।

इस दौरान उग्र हिंदुत्ववादी भीड़ ने मुस्लिम युवक से जबरन जयश्री राम के नारे भी लगवाए। पिटाई के बाद जब मुस्लिम युवक की हालत खराब हो गई तो भीड़ ने उसे पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने तबरेज अंसारी को एक अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसने 22 जून को दम तोड़ दिया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here