बड़ी संख्या में जिस देश के नागरिक को दो जून की रोटी भी ठीक से नसीब नहीं होती हो। जिस देश की लगभग 37 करोड़ जनता यानी भारत की कुल जनसंख्या की लगभग 28% आबादी गरीबी रेखा के नीचे रहती हो। 119 देशों की भुखमरी की सूची में जिस देश का स्थान 102 हो। उस देश के प्रधानमंत्री की सुरक्षा में हर रोज एक करोड़ 62 लाख रूपये खर्च होता है।
यकीन करना शायद मुश्किल हो सकता है, लेकिन ये सच है। संसद में डीएमके सांसद दयानिधि मारन ने सवाल किया था कि देश में कितने लोगों को एसपीजी और सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) द्वारा दी जाने वाली सुरक्षा मिली हुई है। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी ने लिखित जवाब में बताया कि वर्तमान में सिर्फ एक शख्स को एसपीजी सुरक्षा मिली हुई है। इस सुरक्षा पर प्रतिदिन का खर्चा 1 करोड़ 62 लाख होता है।
हालांकि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री रेड्डी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम नहीं लिया। इसके अलावे 56 लोगों को सीआरपीएफ की सुरक्षा मिली हुई है। खर्च का ब्यौरा सामने तब आया जब एसपीजी सुरक्षा पर होने वाले खर्च के बजट में 10% का इजाफा किया गया। साल 2020-21 के लिए एसपीजी के लिए 592.55 करोड़ रू आवंटित किया गया है। बर्ष 2019-20 के लिए ये रकम 540.16 करोड़ रूपया था।
इस भारी भरकम खर्च पर तंज कसते हुए कांग्रेस के नेता ने कहा- “और ये पैसा आम जनता के खून पसीने की कमाई से आता है” आपको बता दे कि एसपीजी सुरक्षा में पिछले साल ही संशोधन किया गया है। अब एसपीजी सुरक्षा सिर्फ और सिर्फ प्रधानमंत्री को ही दी जाती है।
पहले एसपीजी सुरक्षा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह,उनकी पत्नी, कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को मिलता था। लेकिन अब इन सभी को एसपीजी के बजाय सीआरपीएफ सुरक्षा दी जाती है। संशोधन में ये भी प्रावधान किया गया है कि एसपीजी सुरक्षा प्रधानमंत्री पद से हटने के बाद अगले पांच साल तक ही मिलेगी।