लोकसभा चुनाव 2019 के आखिरी चरण के चुनाव प्रचार खत्म होने से ठीक पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने इसी वक्त हो रही पीएम मोदी की प्रेस कॉन्फ्रेस पर निशाना साधा।

उन्होंने कहा कि आज वह रिज़ल्ट से पांच दिन पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं। पहली बार भारत के प्रधानमंत्री प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं। उन्होंने तंज़ कसते हुए कहा, “मैंने सुना है कि वो बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के साथ मोदी जी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं। उनकी प्रेस कॉन्फ्रेंस में दरवाज़े को बंद कर दिया गया है। जहां सिर्फ पहले से बैठे पत्रकार हैं, दूसरे पत्रकारों को वहां नहीं जाने दिया जा रहा है।

राहुल गांधी ने कहा कि लाइव प्रेस कॉन्फ्रेंस है तो मैं भी पीएम मोदी से सवाल कर लेता हूं कि उन्होंने राफेल मामले में मुझसे डिबेट क्यों नहीं की? आपने अनिल अंबानी को 30 हजार करोड़ रुपये क्‍यों दिया?

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इस दौरान राहुल गांधी ने मीडिया पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मुझसे सख़्त सवाल करने वाला मीडिया पीएम मोदी से मुद्दों को लेकर सवाल नहीं करता बल्कि यह पूछता है कि वह आम कैसे खाते हैं, कपड़े कैसे पहनते हैं।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाते हुए कहा कि इन चुनावों में चुनाव आयोग की भूमिका पूर्वाग्रह से ग्रसित रही है और उसने पीएम मोदी के कार्यक्रमों को ध्यान में रखकर आदेश जारी किए हैं।

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उन्होंने कहा कि इस चुनाव में चुनाव आयोग का रोल पक्षपातपूर्ण रहा है, नरेंद्र मोदी जो चाहे वो बोल सकते हैं लेकिन दूसरों को टोका जाता है, हम चुनाव आयोग जो संस्था है उस पर भरोसा कर सकते हैं बस।

राहुल गांधी ने ख़ुद की पार्टी कांग्रेस की तारीफ करते हुए कहा कि कांग्रेस ने विपक्ष का काम बखूबी निभाया। 23 मई को जनता का मूड पता चल जाएगा। स्थिति साफ हो जाएगी कि कौन प्रधानमंत्री बनेगा, कौन नहीं बनेगा। जनता मालिक है जो आदेश होगा, उसका पालन होगा।

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