नोएडा में बहुचर्चित ट्विन टावर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ढहा दिए गए. लेकिन अब एक सवाल ये खड़ा होता है कि उस खाली हुई ज़मीन पर क्या बनाया जाए?
तो इसका जवाब भी मिल गया है. जी हां ट्विन टावर्स को तोड़कर जो ज़मीन खाली हुई है वहां भव्य मंदिर बनाया जाए.
ट्विन टावर की खाली हुई ज़मीन पर मंदिर बनाने का फ़ैसला आरडब्ल्यूए की बैठक में किया गया है. मंदिर में रामलला, भोलेनाथ समेत अन्य भगवानों की मूर्ति स्थापित की जाए.
मंदिर के साथ बच्चों के खेलने के लिए पार्क भी बनाने को कहा गया है.
आरडब्ल्यूए ने इस मुद्दे को लेकर एक मीटिंग की और कहाकि सभी सोसायटी वालों की यही मर्ज़ी है. हालांकि अभी तक सुपरटेर के एमरोल्ड टावर का हैंडओवर सोसायटी को नहीं हुआ है. अभी भी मालिकाना हक बिल्डर का है.
अगर बिल्डर वहा किसी तरीके का कोई भी निर्माण करता है तो उसे दो तिहाई सोसायटी वालों की सहमति लेनी होगी.
रविवार को दोपहर 2.30 बजे 9 सेकेंड में ट्विन टावरों को ढहा दिया गया था। सुपरटेक के एमडी ने बताया कि ट्विन टावर में घर खरीदने वालों में 95 फीसदी के पैसे लौटा दिए गए हैं।
उन्होंने कहा, ‘पांच फीसदी जो लोग बचे हैं, उन्हें हम प्रॉपर्टी दे रहे हैं या फिर ब्याज के साथ धन वापस कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पूरा पालन किया जा रहा है।’