इन दिनों हत्यारोपियों का महिमामंडन किए जाने का नया चलन शुरु हो गया है। केंद्रीय राज्यमंत्री जयंत सिन्हा द्वारा झारखंड मॉब लिंचिंग के आरोपियों को माला पहनाए जाने के बाद अब विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल ने बुलंदशहर हिंसा के मुख्य आरोपी योगेश राज के नाम से मकर संक्रांति की बधाई वाले पोस्टर लगाए हैं।
बुलंदशहर में कई स्थानों पर मकर संक्रांति, गणतंत्र दिवस बधाई के पोस्टर लगे हैं, जिनमें योगेश राज की तस्वीर भी लगाई गई है। इन पोस्टरों पर योगेश राज को बजरंग दल का ज़िला संयोजक दिखाया गया है।
इन पोस्टरों के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर कई सवाल उठाए जा रहे हैं। पूछा जा रहा है कि आख़िर हिंदुत्ववादी संगठनों को हत्यारोपियों से इतना प्यार क्यों है।
पत्रकार समीर अब्बास ने भी इस पोस्टर को ट्विटर पर शेयर करते हुए पूछा है कि, “इन्स्पेक्टर सुबोध सिंह की जान लेनी वाली बुलन्दशहर हिंसा का आरोपी नम्बर 1 जेल में बंद बजरंग दल का ज़िला संयोजक योगेश राज रोल मॉडल है क्या VHP का”?
इन्स्पेक्टर सुबोध सिंह की जान लेनी वाली बुलन्दशहर हिंसा का आरोपी नम्बर 1 जेल में बंद बजरंग दल का ज़िला संयोजक योगेश राज रोल मॉडल है क्या VHP का ? ?? pic.twitter.com/Dn9QsfBjOI
— Samir Abbas (@TheSamirAbbas) January 14, 2019
वहीं बजरंग दल ने इस मामले में सफाई देते हुए कहा है कि योगेश राज पर इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की हत्या का आरोप है, वह अभी दोषी साबित नहीं हुआ है। इसलिए उसके नाम से पोस्टर लगाए जा सकते हैं।
बजरंग दल के प्रांत सह संयोजक प्रवीण भाटी ने कहा कि योगेश राज बजरंग दल का जिला संयोजक है। इसलिए उसका पोस्टर हमारे कार्यकर्ताओं ने लगाया है। पोस्टर लगाने का उद्देश्य केवल मकर संक्रांति और गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देना है। योगेश हिंसा व इंस्पेक्टर सुबोध की हत्या के मामले में आरोपी है। दोषी नहीं है।
बता दें कि योगेश राज को घटना के एक महीने बाद 3 जनवरी, 2019 को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। बुलंदशहर जिले के स्याना थाना के पास 3 दिसंबर को कथित गो हत्या की अफवाह के बाद काफी हिंसा हुई थी। इस हिंसा में पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह और सुमित नाम के एक युवक की मौत हो गई थी।