पाकिस्तान में बंदी बनाए गए भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान आज भारत लौटेंगे। उनके स्वागत के लिए भारत-पाकिस्तान की सीमा अटारी-वाघा बॉर्डर पर भारी तादाद में लोग पहुंचे हैं।

अभिनंदन को पाकिस्तानी सेना ने 27 फ़रवरी को अपने कब्ज़े में ले लिया था जब वो विमान गिरने के बाद पैराशूट से पाकिस्तानी इलाक़े में नीचे आए। इसके एक दिन बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने उन्हें भारत के हवाले करने की घोषणा की थी।

इमरान ख़ान के इस ऐलान से पहले दोनों ही देशों के अमन पसंद लोगों ने अभिनंदन को भारत को वापस सौंपे जाने की मांग की थी और पुलवामा हमले के बाद बनी युद्ध की स्थिति को टालने की अपील की थी।

माना जा रहा है कि इसी अपील के चलते इमरान ख़ान ने अभिनंदन को भारत को वापस सौंपने का फैसला किया। लेकिन भारत का मेनस्ट्रीम मीडिया इसका श्रेय केंद्र की मोदी सरकार को देता नज़र आ रहा है।

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भारतीय मेनस्ट्रीम मीडिया के मुताबिक, मोदी सरकार के कूटनितिज्ञ दबाव के चलते ही पाकिस्तान को बंदी बनाए गए विंग कमांडर को भारत को वापस सौंपने पर मजबूर होना पड़ा। हैरानी की बात तो यह है कि यह वही मीडिया है जो कुलभूषण जाधव के मामले में मोदी सरकार को ज़िम्मेदार नहीं ठहराता।

सरकार से यह नहीं पूछता कि जब आप कूटनीतिज्ञ तौर पर इतने मज़बूत हैं तो कुलभूषण को वापस लाने में नाकाम क्यों हैं? कुलभूषण के मामले में मोदी सरकार से सवाल न करने वाला मीडिया आज अभिनंदन की वापसी का पूरा श्रेय मोदी सरकार को दे रहा है। मीडिया के इसी रवैये पर आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने प्रतिक्रिया दी है।

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उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “मीडिया के मोदीभक्त TRP खोरो कृपा करके कल तक शांत रहो मोदी चालीसा पढ़ने के बजाय अभिनंदन को घर तो वापस आ जाने दो फिर अपने TV स्टूडीओ में ढोल नगाड़ा पीटकर मोदी मोदी चिल्लाना, सारे चैनल डिंग हाँक रहे हैं लेकिन आज तक हम कुलभूषण जाधव को वापस क्यों नही ला पाये? क्या इसका जवाब है”?

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