शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पीएमसी बैंक मनी लॉन्ड्रिंग मामले में तीसरी बार समन जारी किया है।
समन जारी किए जाने के बाद संजय राउत ने केंद्र की मोदी सरकार पर ज़ोरदार हमला बोला है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ईडी का इस्तेमाल सियासी विरोध के लिए कर रही है। वह इस तरह की कार्रवाई से नहीं डरेंगे।
सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए शिवसेना नेता ने कहा कि सियासी विरोध के लिए बीजेपी ने महिला को टारगेट कर कायरता का प्रमाण दिया है। हम किसी से डर नहीं रहे हैं और मांगे गए जवाब के अनुसार ही प्रतिक्रिया देंगे। ईडी को कुछ पेपर चाहिए थे, जिसे हमनें समय पर जमा कर दिया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी सिर्फ सियासी विरोध के लिए ईडी का इस्तेमाल कर रही है।
इस दौरान संजय राउत ने बीजेपी को चेतावनी देते हुए कहा कि उनसे पंगा लेना बीजेपी को भारी पड़ सकती है।
उन्होंने कहा, “मेरे पास भाजपा की फ़ाइल है, अगर उसे निकाला तो आपको देश से छोड़कर भागना पड़ेगा। मेरे पास 121 लोगों के नाम हैं। जल्द ही ईडी को दूँगा। इतने नाम हैं कि 5 साल ईडी को काम करना पड़ेगा। तब ईडी को पता चलेगा कि किससे पंगा लिया है”।
इडी की कार्रवाई को सियासी साज़िश बताते हुए संजय राउत ने कहा कि ईडी ने 10 साल पुराना केस निकाला है। हम मिडल क्लास के लोग हैं। मेरी पत्नी टीचर है। पत्नी ने दोस्त से 50 लाख का कर्ज लिया था।
राज्यसभा के हलफनामे में इसका जिक्र है। इनकम टैक्स में भी यह दिखाया गया है। यह छिपाई हुई बात नहीं है। इससे ईडी और बीजेपी को क्या तकलीफ है।
उन्होंने कहा कि इस देश में बीजेपी के लिए बड़े-बड़े सूरमा बैठे हैं। अगर मैं उनके परिवार तक पहुंचा तो उन्हें देश छोड़कर भागना होगा।
राउत ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह की ओर इशारा करते हुए कहा कि हमारे परिवार वालों में किसी की संपत्ति 1600 गुना नहीं बढ़ी है। बीजेपी के नेताओं के घरवालों की आमदनी 1600 गुना बढ़ी है। पहले आप उनपर कार्रवाई करिए।
बता दें कि संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत को पीएमसी बैंक मनी लॉन्ड्रिंग मामले में समन जारी किया गया है। उन्हें 29 दिसंबर को ईडी के समक्ष पेश होना है।
समन मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत जारी किया गया है। ईडी वर्षा राउत से उस राशि की रसीद के बारे में पूछताछ करना चाहता है जिसका कथित तौर पर बैंक से गबन किया गया था।