मुझे पीड़ा इस बात की है कि प्रदेश नेतृत्व ने मुझे इसको लेकर विश्वास में नहीं लिया। इससे मेरे स्वाभिमान को धक्का लगा है। ये बयान मोदी सरकार में मंत्री गिरिराज सिंह का है जिन्होंने बिहार के नवादा से टिकट कटने से नाराजगी जताई है और साथ ही अब नर्म पड़ते दिखाई दे रहें है। यही वजह रही की उन्होंने अब बेगूसराय को अपनी कर्मभूमि और जन्मभूमि बताने में लग गए है।
मीडिया से बात करते हुए गिरिराज सिंह ने साफ़ कहा कि मुझे पीड़ा इस बात की है कि प्रदेश नेतृत्व ने इसको लेकर मुझे विश्वास में नहीं लिया। इससे मेरे स्वाभिमान को धक्का लगा है।
केंद्रीय नेतृत्व से मुझे कोई शिकायत नहीं है, लेकिन जिन लोगों ने उनके स्वाभिमान को टच किया है वो सार्वजनिक तौर पर इस बात को स्वीकार करें। उन्होंने कहा कि बेगूसराय लड़ना उनके लिए सौभाग्य की बात है।
लोगों को पाकिस्तान भेजने वाले गिरिराज सिंह चुनाव लड़ने से डरे, बेगूसराय को किया ‘वणक्कम’ : कन्हैया
गिरिराज सिंह के बेगुसराय से चुनाव लड़ने को लेकर सोशल मीडिया पर भी लोगों ने प्रतिकियाएँ देना शुरू कर दिया है।एक यूज़र ने लिखा- गिरिराज सिंह ने सभी को पाकिस्तान भेजने में बहुत मेहनत की है , भाजपा उनके आत्मसम्मान की कद्र नहीं करती है।
Giriraj Singh has worked so hard sending everyone to Pakistan.
What makes him think ,Bjp is not respecting his self respect? https://t.co/gnI4wXAq52— john ekka (@johnekka11) March 26, 2019
एक अन्य यूज़र ने लिखा- गिरिराज यही डिजर्व करते हैं। वो नफरतगर्दों के मुखिया हैं और उन्हें अब पाकिस्तान में सेटल हो जाना चाहिए।
@GirirajSingh deserve this. he was the chief Hatemonger now he should settle in Pakistan https://t.co/EQpOwDYMeL
— Phutarmal Jain (@pppjain) March 26, 2019
मीडिया रिपोर्ट्स में गिरिराज सिंह की आनाकानी की वजह ‘आत्म सम्मान’ बताई जा रही है।
लगता है गिरिराज सिंह को बड़ी हार की आशंका सता रही है. क्योंकि बेगूसराय में अच्छी पकड़ रखने वाले कद्दावर नेता भोला सिंह भी 2014 में मामूली जीत दर्ज कर सके थे . वो ऐसे समय कुछ हजार वोटों से ही जीत सके जब ज्यादातर सीटों पर भाजपा लाखों वोट से जीत दर्ज कर रही थी.
4,28,227 वोट पाने वाले भोला सिंह को RJD के तनवीर हसन ने जबरदस्त चुनौती देते 3,69,892 लाख वोट हासिल किए थे, गौरतलब है कि इस बार वो सिर्फ RJD के नहीं महागठबंधन के उम्मीदवार हैं तो गिरिराज की चुनौती और भी बढ़ गई है.
कन्हैया कुमार से डरे गिरिराज सिंह, बेगूसराय से चुनाव लड़ने से किया इंकार!
दूसरी तरफ बेगूसराय में लेफ्ट भी मजबूत है और इस बार पूर्व JNUSU अध्यक्ष कन्हैया कुमार भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं, युवाओं के बीच कन्हैया की लोकप्रियता भी गिरिराज को परेशान कर रही है.
कन्हैया पहले ही दिन से गिरिराज सिंह पर लगातार निशाना साध रहे हैं। कन्हैया कुमार ने गिरिराज के चुनाव न लड़ने की ख़बर पर ट्वीट करते हुए लिखा- ‘बताइए, लोगों को ज़बरदस्ती पाकिस्तान भेजने वाले ‘पाकिस्तान टूर एंड ट्रेवेल्स विभाग’ के वीज़ा-मन्त्री जी नवादा से बेगूसराय भेजे जाने पर हर्ट हो गए। मन्त्री जी ने तो कह दिया “बेगूसराय को वणक्कम”’