प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सालाना दो करोड़ रोजगार देने की बात कही थी, लेकिन जमीनी हकीकत बिलकुल उसके उलट है। लोकसभा चुनाव में विपक्षी पार्टियाँ लोगों को रोजगार देने की बात कर रही हैं।

जो मोदी सरकार पांच साल के अपने कार्यकाल में नहीं दे पाई। रोजगार पर अपनी नाकामियां छुपाने के लिए पीएम ने तो यहाँ तक कह डाला कि युवा पकौड़ा तलें ये भी रोजगार है!

समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता सुनील सिंह यादव ने रोजगार को लेकर पीएम मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ऊपर तीखा हमला किया है। उन्होंने ट्वीट करके कहा है कि, “देश की जनता कह रही है कि रोजगार उसकी पहली प्राथमिकता है। मोदी-योगी कह रहे हैं झूठ, जुमला, पकौड़ा और हाहाकार उनकी पहली प्राथमिकता है। नौजवान नौकरी चाहते हैं भाजपा सरकारें उन्हें लाठी और गोली मार रही हैं। अराजकता के खिलाफ देश 1977 वाले मूड में है।”

बता दें कि 2 करोड़ रोज़गार हर साल देने के वादे के साथ केंद्र की सत्ता में आई मोदी सरकार ने रोज़गार सृजन से जुड़े आकडें दबा रही है। हाल ही में आए एक और आंकड़े को लोकसभा चुनावों के मद्देनज़र दबा दिया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, माइक्रो यूनिट्स डेवलपमेंट एंड रिफाइनांस एजेंसी (मुद्रा) योजना के तहत कितनी नौकरियां या रोजगार पैदा हुए यह आंकड़े अब 2 महीने के बाद पेश किए जाएंगे।

मालूम हो कि मोदी सरकार ने बेरोजगारी पर एनएसएसओ की रिपोर्ट और श्रम ब्यूरो की नौकरियों एवं बेरोज़गारी से जुड़ी छठवीं सालाना रिपोर्ट को अभी तक सार्वजनिक नहीं किया है। इन दोनों ही रिपोर्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में नौकरियों में गिरावट आने की बात सामने आई थी।

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