दिल्ली में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर भारी संख्या में छात्र और लोग सड़क पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। नागरिकता कानून जिस दिन से संसद ने पास किया उसके बाद देश के तमाम हिस्सों में छात्र और राजनीतिक दल इसका विरोध जमकर कर रहे हैं।
इस कानून का विरोध इसलिए हो रहा है क्योंकि इसमें सविंधान के मूलभूत ढांचे को तोड़ने की कोशिश की गयी है। संविधान बचाने के लिए छात्र आज सड़क पर इस कानून का विरोध कर रहे हैं। नागरिकता कानून को लेकर जामिया के छात्र कई दिन से इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
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वहीं बीते कल दिल्ली के कई इलाकों में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे छात्रों के ऊपर पुलिस धारा 144 के तहत उन्हें हिरासत में ले लिया और थाने से इतर उन्हें किसी अनजान जगह कैद कर के रखा गया। कईं जगहों पर सरकार ने फ़ोन और इंटरनेट को बंद कर दिया।
देश के तमाम शहरों में इस कानून का विरोध करने वालों को वहां की पुलिस जबरन हिरासत में ले रही है। दिल्ली पुलिस के इस तरह की तानाशाही रवैये को लेकर प्रदर्शन कर रही छात्रा ने कहा- ”बीजेपी सरकार और दिल्ली पुलिस अगर अंग्रेजों की तरह हमसे बर्ताव करेंगे, तो हम शहीद भगत सिंह की तरह उनसे पेश आएंगे”।
"If you are acting like the British Government then we will act like Bhagat Singh," says a protestor at Red Fort in Delhi. #IndiaAgainstCAA #IndiaagainstNRC #IndiaRejectsCAA_NRC #Emergency2019 pic.twitter.com/3mcugkTQ6b
— Shivam Vij (@DilliDurAst) December 19, 2019
दिल्ली के इस कड़ाके की ठंड में छात्र और लोग सड़क पर है लेकिन सरकार उनके साथ अपराधियों की तरह पेश आ रही है। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश में अब हिंसा बढ़ती जा रही है।
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पूर्वोत्तर के राज्यों में पहले इस कानून के विरोध में प्रदर्शनकारी और पुलिस के बीच हिंसक झड़प बढ़ा जिसमें कई लोग घायल और दो लोगों की मौत हो चुकी है। वहीँ जामिया और अलीगढ़ के छात्रों को वहां की पुलिस ने बर्बरतापूर्ण ढंग से पीटा। जिसके बाद लोग बड़े तादाद में अब इस कानून के खिलाफ सड़क पर आ चुके है।