शुक्रवार को नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी (NTPC) सीबीटी-1 परीक्षा के परिणाम घोषित हुए। लेकिन अभ्यार्थी इस परिणाम से नाखुश हैं। अभ्यार्थियों ने रेलवे बोर्ड पर धांधली का आरोप लगाते हुए ट्विटर पर डिजिटल प्रोटेस्ट शुरू कर दिया है। खबर लिखे जाने तक ट्विटर पर #RRBNTPCscam, #ntpcscam और #RailwayMinister_HelpUs जैसे ट्रेंड नज़र आ रहे थे।

दरअसल, रेलवे भर्ती बोर्ड ने 2019 में आरआरबी एनटीपीसी के 35000 से ज्यादा पदों भर्ती निकाला था। 2020 में फॉर्म भरे गए। लगभग 2.5 करोड़ अभ्यार्थियों ने आवेदन किया। लेकिन कोरोना के कारण परीक्षा समय पर नहीं हो पायी।

साल 2021 में रेलवे बोर्ड ने कई चरणों में परीक्षा का आयोजन किया। परिणाम अब जाकर आया है। लेकिन नाखुश अभ्यार्थियों का कहना है कि रेलवे बोर्ड ने उनके साथ धोखा किया है। जारी हुए परिणाम की वजह से करीब 3.5 लाख अभ्यार्थी रेस से बाहर हो गए हैं।

अभियर्थियों का आरोप है कि रेलवे बोर्ड को नियम के अनुसार एक पद के लिए 20 गुना अभियर्थियों का चयन करना था लेकिन बोर्ड ने सिर्फ 10 गुणा अभियर्थियों का ही चयन किया है। साथ ही एक अभ्यार्थी का चयन एक से अधिक पदों पर किया गया है।

कोरोना महामारी के कारण अभ्यार्थी डिजिटल प्रोटेस्ट कर रहे हैं यानी ट्विटर, फेसबुक और यूट्यूब के माध्यम से अपनी आवाज उठा रहे हैं। अभ्यार्थियों द्वारा रेल मंत्री से इंसाफ की गुहार लगाई जा रही है।

वहीं रेलवे बोर्ड ने पूरे मामले पर सफाई देते हुए कहा है कि कोई धांधली नहीं हुई। तय मानकों के अनुसार ही परिणाम आया है।

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