तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने पिछले हफ़्ते लोकसभा में भाजपा सरकार को निशाने पर लेते हुए एक भाषण दिया था. वो भाषण था भारत में फासीवाद के शुरुआती 7 संकेतों के बारे में. लेकिन इसी भाषण को लेकर उनपर साहित्यिक चोरी के आरोप भी लगाए गए थे जो अब झूठे साबित हो गए हैं.
ज़ी न्यूज़ के एंकर सुधीर चौधरी ने कहा था कि महुआ ने अमरीकी लेखक मार्टिन लोगनमन के काम की चोरी की है. लोंगमेन ने 2017 में ‘फासीवाद के शुरुआती 12 संकेतों’ के बारे में लिखा था.
यही है अमेरिकी वेब्सायट का वो लेख जिसे तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने चुराकर लोक सभा में अपने भाषण में इस्तेमाल कर लिया।हुबहू बिलकुल वही शब्द लेख से सीधे उठा लिए और बोल दिए।संसद की गरिमा ख़तरे में है। https://t.co/4iP3YieHXA pic.twitter.com/HxaHqqdxKS
— Sudhir Chaudhary (@sudhirchaudhary) July 2, 2019
अब मार्टिन खुद महुआ के समर्थन में बोल रहे हैं कि महुआ ने उनके काम की चोरी नहीं की है. उन्होनें ट्वीट किया, “मैं भारत के इंटरनेट (सोशल मीडिया) पर प्रसिद्ध हूँ क्यूंकि एक नेता पर झूठा आरोप लगाया गया है कि उसने मेरे काम की साहित्यिक चोरी की है. ये थोड़ा मज़ाकिया है लेकिन दक्षिणपंथी हर देश में एक जैसे ही होते हैं.”
लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा मीडिया को उनके खिलाफ फेक न्यूज़ फैलाने के लिए डांट लगाई. उनका कहना है कि जब उन्होनें पहले ही संसद में अपने भाषण के लिए इस्तेमाल किए गए सोर्स का ज़िक्र किया था तो उनपर ऐसे इलज़ाम क्यों लगाए गए. उन्होनें इशारों में कहा की भाजपा के नेताओं के न्यूज़ चैनल उनके खिलाफ काम कर रहे हैं.
#WATCH TMC MP Mahua Moitra responds to media on allegations that her maiden speech in Parliament was plagiarized, quotes American commentator Martin Longman's tweet "right-wing a**holes seem to be similar in every country." pic.twitter.com/dU8UDMBirP
— ANI (@ANI) July 3, 2019
दरअसल अपने भाषण के अंत में महुआ ने लोकसभा में कहा भी था कि उनके भाषण के लिए उन्होनें होलोकॉस्ट म्यूजियम में 2017 में लगे एक पोस्टर से प्रेरणा ली थी. उस पोस्टर में फासीवाद के 14 प्रारंभिक संकेतों के बारे में लिखा था.
महुआ का कहना है कि जब उन्होनें पहले ही अपने भाषण के स्रोत्र के बारे में बोला था तो फिर चोरी कैसी? आखिर ज़ी न्यूज़ के एंकर सुधीर चौधरी पूरी बात समझे बिना उनपर गलत आरोप क्यों लगा रहे हैं? क्या वो ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्यूंकि महुआ ने भाजपा सरकार के फासीवादी होने की बात कही है?
देखें, महुआ मोइत्रा के भाषण का DNA टेस्ट, भाषण को लेकर रिसर्च में सामने आई चौंकाने वाली बात @sudhirchaudhary #DNA pic.twitter.com/CULVX3BXWi
— Zee News Hindi (@ZeeNewsHindi) July 2, 2019
मार्टिन लोंगमेन के ट्वीट के बाद ये साफ़ हो गया है कि गोदी मीडिया के पत्रकार और उनके कुछ समर्थकों ने महुआ के खिलाफ फेक न्यूज़ फैलाई है. महुआ को गलत साबित करने की जल्दबाज़ी में सुधीर चौधरी खुद गलती कर गए. क्या वो इसके लिए माफ़ी मांगेंगे या फिर बिना किसी गिल्ट के इस तरह फेक न्यूज़ फैलाते रहेंगे?