लॉकडाउन-2 के भयावह नतीजे सामने आने लगे हैं। बिना तैयारियों के 21 दिन के लॉकडाउन के बाद आज फिर 19 दिन के लिए लॉकडाउन लागू कर दिया गया है। आज सुबह 10 बजे देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 मई तक लॉकडाउन की अवधि को बढ़ा दिया था।
देशभर में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए यह कदम उठाया गया लेकिन इस कदम से आज ही देश के एक कोने में अफरातफरी मच जाएगी ये किसी ने नहीं सोचा होगा।
महाराष्ट्र कोरोना मरीजों की संख्या में नंबर एक पर है। देशभर में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित लोग महाराष्ट्र में हैं वहीं अबतक सबसे ज्यादा मौते भी इसी प्रदेश में हुई हैं, ऐसे में खबर आ रही है कि मुंबई के बांद्रा स्टेशन पर लॉकडाउन को तोड़ते हुए हजारों की संख्या प्रवासी मजदूर इकट्ठा हो गए हैं। और घर जाने की जिद्द कर रहे हैं।
ऐसे वक्त में हजारों लोगों का एक जगह एकत्रित होना बेहद चिंताजनक है। लेकिन शायद पेट की भूख ने कोरोना के डर को इन गरीब मजदूरों के दिल से निकाल दिया है। तभी भूख मौत पर हावी हो गई। ये शायद उन सरकारों की भी नाकामी है जो इन गरीबों को दो वक्त का खाना नहीं दे सकी।
प्रधानमंत्री मोदी ताली-थाली और दीए में लगे रहे गरीबों के कोई राहत पैकेज लेकर नहीं आए। फिलहाल घर जाने की अफवाह पर बाहर निकले हजारों मजदूरों को पुलिस रोक रही है। सामाजिक संगठन समझा रहे हैं।