मध्य प्रदेश के सिंधिया राजघराने के उत्तराधिकारी ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए हैं। सिंधिया के इस क़दम से सूबे की राजनीति में हलचल तेज़ हो गई है और बयानबाजियों का दौर शुरू हो गया है।
कांग्रेस नेता एवं मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री जीतू पटवारी ने सिंधिया के इस क़दम को गद्दारी बता डाला है। वहीं महात्मा गांधी के परपोते तुषार गांधी ने भी इसपर तीखी प्रतिक्रिया दी है।
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उन्होंने सिंधिया परिवार पर हिंदुत्ववादी होने का आरोप लगते हुए कहा कि महात्मा गांधी की हत्या में सिंधिया परिवार का भी हाथ था। उन्होंने ट्विटर के ज़रिए कहा, “1948 में बापू की हत्या के लिए बंदूक़ ग्वालियर महल से गोडसे गेंग के पास पहुंची थी। आज भी कुछ नहीं बदला”।
४८ में बापुकी हत्या के लीये बंदूक़ ग्वालियर मेहेलसे गोडसे गेंग के पास पहोंचीथी। आजभी कूछ नहीं बदला।
— Tushar (@TusharG) March 11, 2020
बता दें की सिंधिया के बीजेपी में शामिल होते ही उन्हें गिफ्ट मिल गया है। बीजेपी ने उन्हें राज्यसभा का टिकट दे दिया है। सिंधिया के साथ ही मध्य प्रदेश के 22 कांग्रेसी विधायकों ने भी पार्टी से इस्तीफ़ा दिया है।
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हालांकि विधायकों का इस्तीफा अभी स्वीकार नहीं किया गया है। अगर इन विधायकों का इस्तीफ़ा स्वीकार कर लिया जाता है तो कांग्रेस के लिए विधानसभा में बहुमत साबित करना लगभग असम्भव हो जाएगा। इसके बावजूद कांग्रेस ने अभी भी हार नहीं मानी है।
कांग्रेस का दावा है कि विधायकों को धोखे में रखा गया है और ज्यादातर विधायक हमारे साथ हैं। पार्टी का कहना है कि कमलनाथ विधानसभा में बहुमत साबित करेंगे।