nirmala sitharaman
Nirmala Sitharaman

यस बैंक वित्तीय संकट से गुज़र रहा है. इस संकट के खत्म होने के कोई आसार अभी तो नज़र नहीं आ रहे हैं. यस बैंक ने ग्राहकों के लिए 50 हज़ार रुपए निकालने की सीमा तय कर दी है. अब एक महीने में ग्राहक 50 हज़ार रूपए तक ही निकाल सकते हैं.

ग्राहकों में इस निर्णय के बाद काफी नाराज़गी है. बैंक ने ज़्यादातर ऐसी ही कंपनियों को पैसा दे रखा है, जिनकी भी स्थिति खस्ताहाल है. कौन सी कंपनियों को लोन बांटा? यस बैंक ने जिन कंपनियों को लोन दिया है, उनका इतिहास और मौजूदा स्थिति बेहाल है.

रसोई गैस के दाम पर बोले अखिलेश- अब वित्तमंत्री ये ना कह दें कि ‘हम तो गैस का उपयोग नहीं करते’

अर्थव्यवस्था का ख़स्ताहाल तथा यस बैंक संकट को लेकर जहाँ विपक्ष वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के इस्तीफे की मांग रहा है वहीं सोशल मीडिया पर लोग वित्तमंत्री पर उनके पुराने बयान को लेकर तंज कस रहे हैं.

एनडीटीवी के पत्रकार उमाशंकर सिंह ने ट्वीट कर कहा कि निर्मला जी प्याज़ खाती नहीं और यस बैंक में उनका खाता नहीं।

एक और यूजर ने लिखा- येस बैंक पर लिमिट लगाने पर बोलीं वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण- “माफ कीजिए मेरा येस बैंक में खाता नहीं हैं” #YesBank

दरअसल कुछ दिनों पहले संसद में किसी सांसद ने वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण से प्याज के दाम पर सवाल किया तो उन्होंने गैरजिम्मेदाराना भरा बयान देते हुए कहा था कि, “मैं बहुत ज्यादा प्याज-लहसुन नहीं खाती इसीलिए चिंता न करें मैं ऐसे परिवार से आती हूं, जिसे प्याज की कोई खास परवाह नहीं है

महाराष्ट्र कापरेटिव बैंक पर भी लग चुके हैं प्रतिबंध

यस बैंक से पहले रिजर्व बैंक ने अन्य निजी क्षेत्र के बैंक पर प्रतिबंध लगाए हैं । रिजर्व बैंक ने महाराष्ट्र एंड कापरेटिव बैंक पर भी नियमों के उल्लंघन के कारण प्रतिबंध लगाए गए थे । आरबीआई ने यह कार्रवाई बैंकिग रेलुगेशन एक्ट, 1949 के सेक्श न 35ए के तहत की थी।

प्रतिबंध के चलते बैंक में कोई नया फिक्सेड डिपॉजिट अकाउंट खुलने पर पाबंदी लगा दी गई । इसके अलावा बैंक के नए लोन जारी करने पर भी रोक लगा दी गई है। यही नहीं, बैंक के ग्राहक अगले 6 महीने तक 1000 रुपये से अधिक पैसा नहीं निकाल सकेंगे ।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here