अक्सर अपने विवादित बयानों से सुर्खियों में रहने वाले महंत यति नरसिंघानंद पर अलीगढ़ पुलिस एक केस दर्ज किया है. उन पर आरोप है कि वो मदरसे और अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को ध्वस्त करने की बात कर रहे थे.

बीते रविवार को हिंदू महासभा द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने ये बात कही जिसके बाद ही अलीगढ़ पुलिस ने केस दर्ज किया.

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा मदरसे का सर्वे किये जाने के निर्णय पर यति नरसिंघानंद ने कहा कि मदरसे का अस्तित्व होना ही नहीं चाहिए. उन्हें किसी बम या बारूद के इस्तेमाल से ध्वस्त कर देना चाहिए या हमें चीन की पॉलिसी को अपनाते हुए सारे मदरसे के लोगों को डिटेंशन कैंप में भेज देना चाहिए.

नरसिंघानंद आगे अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी पर कहते हैं ‘भारत के बटवारे का बीज’ यहीं पैदा हुआ था इसलिए अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी को भी बारूद के इस्तेमाल से जमीदोज़ कर देना चाहिए.

अपने इन बयानों के दुष्परिणाम को जानते हुए भी वो कहते हैं कि उन्हें इन बयानों का कानूनी स्तर पर कोई डर नहीं है. मेरे खिलाफ़ केस कोर्ट में आते रहेंगे. मेरे द्वारा दिए जा रहे इस बयान पर भी जरूर कोई न कोई केस दर्ज कर दिया जाएगा.

अलीगढ़ पुलिस ने बताया कि इन विवादित बयानों के मद्देनजर डासना मंदिर के महंत यति नरसिंघानंद और एक अन्य व्यक्ति पर अलीगढ़ स्थित गांधी पार्क पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया है.

एसपी कुलदीप सिंह गुणावत ने बताया कि यति नरसिंघानंद पर धार्मिक भावनाएं आहत करने, लोगों को भ्रमित करने के आरोप में भारतीय दण्ड संहिता की धारा 188, 295, 298, 505(2), 506 अंतर्गत केस दर्ज किया गया है.

इसके पहले भी ऐसे विवादित बयानों के कारण यति नरसिंघानंद सुर्खियों में रह चुके हैं.

मुस्लिमों के नरसंहार को लेकर दिए गए बयान पर 15 जनवरी को उन्हें गिरफ्तार भी किया गया और इस शर्त पर जमानत दी गई कि भविष्य में वे ऐसे कोई बयान नहीं देंगे जिससे धार्मिक भावनाएं आहत हो और दो धर्मो के बीच दूरी पैदा हो.

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