दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन के समर्थन में कल बिहार की राष्ट्रीय जनता दल पार्टी ने पटना के गांधी मैदान में सभा आयोजित की थी।
जिसके बाद नीतीश सरकार ने राजद नेता तेजस्वी यादव, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा सहित 18 नामजद और 500 अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है।
बताया जा रहा है कि सरकार द्वारा यह कदम विपक्षी दलों के किसानों के पक्ष में की गई इस सभा में कोरोना की गाइडलाइन के उल्लंघन किए जाने के आरोप लगाते हुए उठाया गया है।
इस मामले में राजद नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार की सरकार के खिलाफ नाराजगी जाहिर की है। उनका कहना है कि वह इस कृषि कानून के वापस न लिए जाने तक किसान आंदोलन को समर्थन देते रहेंगे।
इस मामले में राजद ने ट्वीट करते हुए नीतीश सरकार पर पर हमला बोला है। राजद ने ट्वीट कर लिखा है कि “किसान मतलब देश की रीढ़! किसान के ही अन्न से देश का पेट भरता है, किसान के बच्चे ही सीमा पर देश की रक्षा करते हैं! किसान अगर झुक गया तो देश झुक जाएगा! किसानों के लिए अगर फाँसी भी चढ़ना पड़े तो वो भी मंजूर है!”
इससे पहले तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा था कि बिहार की सरकार कायर और निकम्मी है। जिसने किसानों के पक्ष में आवाज उठाने के आरोप में हम पर एफआईआर दर्ज करवाई है।
अगर नीतीश सरकार में दम है तो वह मुझे गिरफ्तार करके दिखाएं। अगर मुझे गिरफ्तार नहीं किया जाता तो इंतज़ार बाद मैं खुद अपनी गिरफ़्तारी दूंगा।
तेजस्वी यादव ने बिहार की नीतीश सरकार पर आरोप लगाए हैं कि वह नाथूराम गोडसे को पूजने वाले पूंजीपतियों के इशारे पर काम कर रही है।
आपको बता दें कि कल जब राजद और कांग्रेस के नेताओं की सभा के लिए गाँधी मैदान पहुंचे तो उन्हें वहां पर रोक दिया गया था।