बिहार चुनाव में इस बार महागठबंधन का पलड़ा भारी होता दिख रहा है। महागठबंधन की सबसे बढ़ी पार्टी राजद के अध्यक्ष लालू यादव भले ही जेल में है। लेकिन उनकी गैरमौजूदगी में भी पार्टी मजबूती की तरफ बढ़ रही है।

महागठबंधन के सीएम उम्मीदवार तेजस्वी यादव इस विधानसभा चुनाव में युवाओं की पहली पसंद माने जा रहे हैं।

वहीँ एनडीए ने इस बार फिर सीएम उम्मीदवार नीतीश कुमार को बनाया है। लेकिन नीतीश कुमार की अगुवाई में इस बार एनडीए की जीत के आसार कम लग रहे हैं।

इस बार के चुनाव प्रचार में महागठबंधन ने वादा किया है कि अगर राज्य में उनकी सरकार बनती है। तो राज्य के युवाओं को 10 लाख सरकारी नौकरियां देंगे। इसके साथ जुमलेबाजी नहीं असल में बिहार का विकास किया जायेगा।

आपको बता दें कि नीतीश सरकार यह समझ चुकी है कि यह चुनाव विकास के झूठे दावों के बल पर नहीं जीते जा सकते। क्यूंकि जनता को उनकी सच्चाई पता चल चुकी है।

इसीलिए चुनाव प्रचार करने आए एनडीए के नेताओं को उल्टे पाँव खदेड़ रहे हैं। कल भाजपा ने कोरोना वैक्सीन के नाम पर एक बड़ा दांव खेला है।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह घोषणा की है कि जब देश में एक सुरक्षित कोरोनावायरस वैक्सीन बन जाएगी तो बिहार के लोगों को फ्री में टीका लगाया जाएगा।

इस मामले में मशहूर शायर इमरान प्रतापगढ़ी ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि “मोदी जी ! इस बार न वैक्सीन काम आयेगी और न EVM मशीन काम आयेगी! #BiharElections2020

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद बिहार में चुनाव प्रचार करने पहुंचे थे। जहां पर उन्होंने नीतीश सरकार की तारीफें कर लोगों को लुभाने की कोशिश की। वहीँ विपक्षी दल कोरोना संकट के दौरान सीएम नीतीश कुमार की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए हैं।

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