बिहार में एक बार फिर से नीतीश कुमार की सरकार का गठन हो चुका है। इस बार मुख्यमंत्री पद पर नीतीश कुमार और उत्तर प्रदेश की तर्ज पर बिहार में दो उप मुख्यमंत्री चुने गए हैं।
नीतीश कुमार के अलावा कुल 14 मंत्रियों ने शपथ ली है। इसमें से एक है राज्य के नवनिर्वाचित शिक्षा मंत्री और जदयू नेता मेवालाल चौधरी।
जिसके बाद से ही जदयू नेता मेवालाल चौधरी सियासी गलियारों में चर्चा का कारण बने हुए हैं।
दरअसल मेवालाल चौधरी पर भागलपुर में एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के वीसी के पद पर रहते हुए भर्ती घोटाले और धांधली करने का आरोप लग चुका है। इस दौरान नीतीश कुमार ने मेवालाल चौधरी को काफी बचाने की कोशिश की थी।
बता दें, भर्ती घोटाले में एफआईआर दर्ज होने के बाद मेवालाल चौधरी को विपक्षी दलों की मांग पर पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाने पर मजबूर होना पड़ा था।
लेकिन अब मेवालाल चौधरी की किस्मत एक बार फिर से खुल गई है। क्योंकि वह नीतीश कुमार के करीबी नेता माने जाते हैं।
सोशल मीडिया पर मेवालाल चौधरी का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जो कि उनकी शिक्षा मंत्री बनने के बाद का है।
जिसमें पत्रकार शिक्षा मंत्री बन चुके मेवालाल चौधरी से उनपर लगे भ्रष्टाचार के आरोप को लेकर सवाल पूछ रहे हैं।
जिसे शिक्षा मंत्री नजरअंदाज करने की कोशिश कर रहे हैं। जिसका जवाब देते हुए शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी ने कहा कि यह सब सवाल यहां पर पूछना उचित नहीं है।
उन्होंने अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि आप बिहार के विकास के बारे में बात कीजिए विकास के मुद्दे से जुड़े सवाल कीजिए।
यह सब बातें कुछ नहीं है। उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोपों पर बात करने से इनकार करते हुए कहा कि आज हम सिर्फ विकसित राज्य के बारे में बात करेंगे। जो कि हमारे मुख्यमंत्री का मूल उद्देश्य है।