हाल ही में स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 के सर्वे के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं। जहां इस लिस्ट में मध्यप्रदेश के इंदौर ने चौथे साल में भी सफाई के मामले में बाजी मारी है। वही दूसरे नंबर पर गुजरात और तीसरे नंबर पर मुंबई ने कब्जा जमाया है।

आपको बता दें कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 के टॉप 10 शहरों में गुजरात के चार शहर और मध्य प्रदेश के 2 शहर शामिल है।

लेकिन बिहार के लिए इस मामले में बुरी खबर है क्योंकि पटना इस लिस्ट में सबसे आखरी नंबर पर आया है। पटना 10 लाख और उससे ज्यादा की आबादी वाले शहरों की लिस्ट में सबसे नीचे रहा है

जिसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मुसीबत बढ़ गई है। दरअसल इस मामले में विपक्षी दलों द्वारा बिहार के सीएम नीतीश कुमार को निशाने पर लिया जा रहा है।

स्वच्छ सर्वेक्षण 2020 के इस सर्वे में गंदगी के मामले में पटना के सबसे ऊपर आने पर बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश सरकार को घेरा है।

उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि “देश में पटना को गंदगी में नंबर-1 स्थान मिलने पर 15 वर्षों के माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी को कोटि-कोटि बधाई। चलिए 15 वर्षों में कहीं तो नंबर-1 स्थान प्राप्त किया।”

गौरतलब है कि हाल ही में भारी बारिश की वजह से बिहार में आई बाढ़ ने नीतीश सरकार के कुप्रबंधन की सच्चाई सामने लाकर रख दी है। जिसके बाद बिहार सरकार विपक्ष के साथ-साथ आम जनता के निशाने पर भी आ चुकी है।

बता दें कि गुरुवार को आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने स्वच्छता सर्वेक्षण- 2020 के नतीजे जारी किए हैं। ये भी माना जा रहा है कि स्वच्छ सर्वेक्षण-2020 पटना की इतनी खराब रैंकिंग का असर आने वाले बिहार सभा चुनाव पर भी पड़ सकता है।

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