आज का दिन बिहार में राजनीतिक बवाल का साबित हुआ. दरअसल आज 23 मार्च के दिन सरदार भगत सिंह, राजगुरु एवं सुखेदव की शहादत दिवस के साथ साथ डॉ राम मनोहर लोहिया की जयंती थी.
राजद नेता तेजस्वी यादव ने इस मौके पर बिहार में बढ़ते अपराध और बेरोजगारी के खिलाफ विधानसभा घेराव का आह्वान किया था.
सुबह होते ही बिहार के अलग अलग जिलों से राजद के कार्यकर्ताओं का जत्था राजधानी पटना पहुंचने लगा था.
चूंकि राजद ने बेरोजगारी को भी अपना मुद्दा बनाया था, ऐसे में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों का भी समर्थन राजद को मिला था.
जैसे ही गांधी मैदान स्थित जेपी गोलंबर से राजद कार्यकर्ताओं का जुलूसूूूूूूूू नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव के नेतृत्व में बिहार विधानसभा के लिए निकला. बीच रास्ते में ही डाकबंगला चौराहे के पास पुलिस ने जुलूस को रोक दिया. तेजस्वी यादव मानने को तैयार नहीं थें.
इसके बाद पुलिस ने राजद कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया और पानी की बौछार करनी शुरु कर दी. इसके बाद भी राजद कार्यकर्ता पीछे हटने को तैयार नहीं थें.
अचानक से दोनों ओर से पत्थरबाजी भी शुरु हो गई. पुलिस के जवानों ने भी जमकर पत्थरबाजी की. यहां तक कि आसपास के दुकानदारों और राहगीरों को भी नहीं बख्शा गया.
इस घटनाक्रम के बाद तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि उनकी हत्या की साजिश रची गई थी. तेजस्वी ने कहा कि सरकार पुलिस के जरिए उनकी हत्या की कोशिश कर रही है.
तेजस्वी ने पुलिस द्वारा किए गए बल प्रयोग पर कहा कि सत्ताधारी दल के लोग पुलिस बल का दुरुपयोग कर रहे हैं और विपक्ष के खिलाफ इस्तेमाल कर रहे हैं.
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार की वर्तमान सरकार हर मोर्चे पर फेल है. जनता ने तो हम पर ही अपना भरोसा जताया था लेकिन चुनाव आयोग ने नीतीश कुमार पर अपना भरोसा जता दिया. बिहार में बेरोजगारी चरम सीमा पर है. बिहार में प्रतियोगिता परीक्षाएं होती हैं और पेपर लीक हो जाता है.
ऐसे में हम चुप नहीं बैठने वाले. तेजस्वी यादव ने इस मौके पर डॉ राममनोहर लोहिया को भी याद किया और कहा कि लोहिया जी कहते थें कि जिंदा कौमें पांच साल इंतजार नहीं करतीकृउन्हीं की जयंती पर उन्हीं के आह्वान पर आज राष्ट्रीय जनता दल के कार्यकर्ता सड़क पर उतर चुके हैं.
बिहार में बढ़ते अपराध और बढ़ती बेरोजगारी के मुद्दे पर तेजस्वी यादव ने जिस प्रकार से सरकार को घेरा है, उससे बिहार में एनडीए सरकार के लिए परेशानी बढ़ती हुई दिखाई दे रही है, क्योंकि बेरोजगारी के मुद्दे पर तेजस्वी को युवाओं और छात्रों का भी समर्थन मिलता हुआ दिख रहा है.