बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और वर्तमान में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बड़ा खुलासा किया है। बिहार विधान सभा में बोलते हुए उन्होंने कहा है कि मुझे भी बिहार में सीएम की कुर्सी ऑफर की गई थी लेकिन हमने कभी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया।
विधानसभा से बाहर निकलकर मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने महाराष्ट्र में चल रहे सियासी प्रकरण पर अपनी प्रतिक्रिया दी। इसके साथ ही तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर हम लोग सिद्धांतों से समझौता कर लेते तो आज बिहार में आरजेडी का मुख्यमंत्री होता और डिप्टी सीएम सुशील मोदी होते।
इसके साथ ही तुलना करते हुए उन्होंने कहा कि हम नीतीश कुमार की तरह नहीं है जो बीजेपी से समझौता कर लें। आक्रामक अंदाज में दिए गए तेजस्वी यादव के तमाम बयानों का जवाब देते हुए जेडीयू की तरफ से कहा गया कि तेजस्वी चाहे तो अभी भाजपा से हाथ मिला लें उन्हें किसने रोका है।
PM और गृहमंत्री 95000 करोड़ के घोटाले के आरोपी को बधाई दे रहे हैं, मीडिया इसे मास्टरस्ट्रोक बता रहा है
गौरतलब है कि इन दिनों देशभर के अलग-अलग सूबे से खबर आ रही है तमाम विरोधी माने जाने वाले दल एक-दूसरे के साथ हाथ मिलाकर सरकार बना रहे हैं। वैसे तो इस काम में कई पार्टियां लगी हुई है लेकिन बीजेपी सबसे आगे है।
जिस अजीत पवार को घोटालेबाज कहकर चुनाव में बीजेपी विरोध करती रही, मौका पाने पर उनके साथ मिलकर सरकार बनाने का दावा ठोक चुकी है । फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की और अजित पवार ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है।