सत्तारूढ़ पार्टी की संख्या के मद्देनज़र भले ही लोकसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक (CAB) को पास कर दिया गया है। लेकिन इसका विरोध लगातार जारी है। जहां पूर्वोत्तर राज्यों में इस बिल के ख़िलाफ़ ज़ोरदार प्रदर्शन हो रहे हैं, वहीं विपक्षी नेताओं से लेकर देश की कई जानी मानी हस्तियां भी इसके विरोध में अपनी आवाज़े बुलंद कर रही हैं।
अब मशहूर अभिनेत्री ट्विंकल खन्ना ने नागरिकता संशोधन बिल की ओर इशारा करते हुए कहा कि, “नस्ल, रंग, जाति, धर्म या किसी अन्य आधार पर किया गया भेदभाव मानवता के बुनियादी नैतिक अधिकारों के खिलाफ है।”
ट्विंकल खन्ना बोलीं- धर्म के नाम पर किया गया भेदभाव मानवता के बुनियादी अधिकारों के खिलाफ है
ट्विंकल खन्ना के इस ट्वीट पर पत्रकार अजीत अंजुम ने लिखा- स्वागत है ट्विंकल खन्ना आपका. ऐसे समय में जब फिल्मी दुनिया के ज्यादातर लोग या तो भक्त में तब्दील हो चुके हैं या अपना नफा नुकसान देखकर चुप बैठे हैं, तब आपका यूँ खुलकर बोलना मायने रखता है. देश को ऐसी आवाजों की ज़रूरत है
स्वागत है @mrsfunnybones आपका .ऐसे समय में जब फिल्मी दुनिया के ज्यादातर लोग या तो भक्त में तब्दील हो चुके हैं या अपना नफा नुकसान देखकर चुप बैठे हैं , तब आपका यूँ खुलकर बोलना मायने रखता है .
देश को ऐसी आवाजों की ज़रूरत है#CitizenshipAmendmentBill2019 #CitizenshipAmendmentBill https://t.co/COfslUBaEs— Ajit Anjum (@ajitanjum) December 10, 2019
गौरतलब है कि नागरिकता संशोधन विधेयक पर दिनभर चली लंबी बहस के बाद इसे लोकसभा में 311-80 के बहुमत के साथ पास कर दिया गया। हालांकि पहले से ही सत्तारूढ़ पार्टी की संख्या को देखते हुए लोकसभा में इसका पास होना तय माना जा रहा था। राज्यसभा में इस बिल के पास होने में समस्या हो सकती है।
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राज्यसभा में बिल को पास कराने के लिए बीजेपी को एनडीए से बाहर दूसरे दलों का समर्थन चाहिए होगा। अब ये देखना दिलचस्प होगा कि वह कौन से दल होंगे जो धर्म के आधार पर नागरिकता देने वाले बिल का समर्थन करेंगे।
बता दें कि नागरिक संशोधन विधेयक 2019 के तहत सिटिजनशिप एक्ट 1955 में बदलाव का प्रस्ताव है। इस बिल में पाकिस्तान, बांग्लादेश एवं अफगानिस्तान में धार्मिक आधार पर उत्पीड़न के शिकार गैर मुस्लिम शरणार्थियों (जैसे हिंदू, जैन, बौद्ध, सिख, पारसी और ईसाई समुदाय के लोगों) को आसानी से भारत की नागरिकता दिए जाने का प्रावधान है। जबकि मुसलमानों के लिए ऐसा कोई प्रावधान नहीं है।