yogi adityanath
Yogi Adityanath

उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। बदमाश आपराधिक वारदातों को इस तरह अंजाम दे रहे हैं, जैसे सूबे में पुलिस का खौफ ही नहीं रहा। इसी तरह का ताज़ा मामला फिरोज़ाबाद से सामने आया है। जहां एक रेप पीड़िता के पिता की गोली मारकर हत्या कर दी गई।

सूबे की कानून व्यवस्था पर सवाल इसलिए भी उठता है क्योंकि जिस बदमाश ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया है, उसने 6 महीने पहले ही कथित तौर पर मृतक की नाबालिग बेटी के साथ बलात्कार किया था। आरोपी का नाम आचमन उपाध्याय है।

बताया जा रहा है कि वह मृतक पिता पर रेप केस वापस लेने का बबाव बना रहा था। लेकिन जब पिता ने उसकी बात मानने से इनकार कर दिया तो उसने पिता की हत्या कर दी। फिर ऐसे में सीएम योगी आदित्यनाथ पर भी सवाल उठने लगा है कि सीएम हमेशा कहते हैं अपराधी उत्तर प्रदेश छोड़कर भाग गए हैं! फिर ये कौन से अपराधी हैं जिनको न योगी का और न ही पुलिस का खौफ है?

‘योगीराज’ बेटियों के लिए बना नर्क, फिरोज़ाबाद में रेप पीड़िता के पिता की गोली मारकर हत्या

बॉलीवुड के प्रख्यात पठकथा लेखर वरुण ग्रोवर ने इस मामले पर ट्वीट करके मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तीखा तंज कसा है। उन्होंने लिखा कि, “पढ़िए और समझिए ये वो राज्य है जहां का मुख्यमंत्री आपके घर आ आके ज्ञान बांटता है कि आपके अपने पड़ोसी और साथी देशद्रोही हैं। वो आपको बताता है क्या खाना चाहिए, क्या पहनना चाहिए, और किस से दूर रहना चाहिए। वो आपको बच्चा बना के रखना चाहता है लेकिन बड़ा होना आपके ही हाथ में है।”

इस मामले में पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जिसपर कार्रवाई करते हुए एसएसपी सचिंद्र पटेल ने प्रभारी निरीक्षक उत्तर केडी शर्मा, प्रभारी निरीक्षक शिकोहाबाद लोकेंद्र सिंह तथा चौकी प्रभारी कोटला रोड अतेश कुमार को निलंबित कर दिया है। साथ ही पुलिस इस मामले में आरोपियों की तलाश कर रही है।

बता दें कि शिकोहाबाद के रहने वाले आचमन उपाध्याय ने मृतक की बेटी के साथ 6 महीने पहले कथित तौर पर रेप किया था। मृतक ने आरोपी के खिलाफ़ रेप का केस दर्ज कराया था। लेकिन पुलिस ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं की और आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया।

सेंगर के बाद एक और BJP MLA पर रेप का आरोप, महिला बोली- भतीजे के साथ मिलकर किया बलात्कार

जिसके बाद आरोपी पीड़िता के पिता पर केस वापस लेने का दबाव बनाने लगे। लेकिन उन्होंने केस वापस लेने से इनकार कर दिया। जिसके बाद आरोपी ने 1 फरवरी को पिड़िता के पिता को धमकी दी कि अगर केस वापस नहीं लिया तो वह पांच दिन में उसे जान से मार देंगे। इस धमकी की शिकायत भी पीड़ित पक्ष ने पुलिस में की।

लेकिन पुलिस की ओर से फिर लापरवाही देखने को मिली। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया। जिसके बाद आरोपी ने धमकी को पूरा करते हुए पीड़िता के पिता की गोली मारकर हत्या कर दी। परिजनों का कहना है कि पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर लेती को पीड़िता के पिता की जान बच सकती थी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here