शेयर बाजार को मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला आम बजट रास नहीं आ रहा। बजट के बाद शेयर बाज़ार में भारी गिरावट देखने को मिली है। कारोबार के आखिरी घंटों में सेंसेक्स में करीब 900 अंकों की गिरावट देखने को मिली वहीं निफ्टी में 280 अंक तक की गिरावट दर्ज की गई।
बताया जा रहा है कि बाज़ार में ये साल की सबसे बड़ी इंट्रा-डे गिरावट है। बाजार में इतनी बड़ी गिरावट से निवेशकों को एक झटके में 3,20 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ है। वहीं दो दिन के कारोबार की बात करें तो निवेशकों को दो दिन में करीब 5 लाख करोड़ रुपए का झटका लगा है।
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बता दें कि बजट शुक्रवार (5 जुलाई) को पेश हुआ था। इस दिन बीएसई लिस्टेड कंपनियों की मार्केट कैप 153.58 लाख करोड़ थी जो सोमवार को सुबह में लुढ़क कर 148.43 लाख करोड़ पर आ गई। जिसकी वजह से दो दिन में 5 लाख करोड़ से अधिक की गिरावट आई है।
शेयर बाजार में इतनी बड़ी गिरावट की सबसे बड़ी वजह आम बजट से निवेशकों की निराशा बताई जा रही है। बाजार के जानकारों का कहना है कि बजट में घरेलू अर्थव्यवस्था को बूस्ट देने का कोई क्लीयर रोडमैप नहीं दिखा। निवेश को कैसे बूस्ट मिलेगा, इसको लेकर सरकार ने स्थिति स्पष्ट नहीं की है। यही वजह है कि निवेशक निराश हैं।
इसके अलावा अमेरिका में पिछले हफ्ते जॉब डॉटा मज़बूत आने से अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिज़र्व द्वारा ब्याज दर में कटौती की संभावना कम होने से एशिया बाजारों में नकरात्मक रुझान रहा। साथ ही रुपए में कमजोरी की वजह से भी निवेशक सतर्क नज़र आ रहे हैं।
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इससे पहले पिछले हफ्ते शुक्रवार को बजट पेश होने के बाद बाजार में लगातार चार दिनों से जारी बढ़त थम गई और यह गिरावट के साथ बंद हुआ था। धातु, बिजली, वाहन और सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों के शेयर में भारी बिकवाली के चलते शुक्रवार को सेंसेक्स 395 अंक की भारी गिरावट के साथ 39,513.39 अंक पर बंद हुआ था। वहीं निफ्टी 135.60 अंक यानी करीब 1.14 प्रतिशत टूटकर 11,811.15 अंक पर बंद हुआ था।