राज्यसभा में 10% सवर्ण आरक्षण पर समाजवादी पार्टी ने बिल का समर्थन किया है। मगर सपा सांसद रामगोपाल यादव ने मोदी सरकार के बिल लाने की मंशा पर शक ज़ाहिर करते हुए कहा कि बिल का निशाना गरीब नहीं बल्कि चुनाव है।
कितने लोगों को इससे रोजगार मिलेगा इसका कोई हिसाब नहीं देश में नौकरियां तो हैं नहीं।
सपा सांसद रामगोपाल यादव ने समाज में फैले ऊंच-नीच का ज़िक्र करते हुए कहा कि हमने देखा है ये ऊंच-नीच की भावना देश में धंसी हुई है। हालांकि धीरे-धीरे ये कम हो रही है लेकिन ख़त्म नहीं हुई।
सोशल : नौकरी में 10 प्रतिशत आरक्षण दूँगा, लेकिन नौकरी नहीं दूँगा! बताओ कौन ?
साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि देश के 98% गरीब सवर्णों को केवल 10% आरक्षण दिया जा रहा है जबकि 2% अमीर सवर्णों को 40% आरक्षण दिया जा रहा है।
सपा सांसद ने किस्सा सुनाते हुए कहा कि एक बार बाबू जगजीवन राम बनारस गए तो लोगों ने उस तस्वीर को गंगाजल से धोया जिसपर उन्होंने माल्यार्पण किया। अभी भी दलित किसी ऊंची जाति के घर के सामने से घोड़ी से सवार होकर जाता है तो उसका अपमान और मारपीट की जाती है।
अगर 15% सवर्णों को 10% आरक्षण मिलेगा तो 70% आबादी वाले पिछड़ों को भी 65% आरक्षण मिले : RJD
बता दें कि राज्यसभा में आज सामान्य वर्ग आरक्षण बिल पेश किया गया। जिसके बाद कई सांसदों ने इसे सेलेक्ट कमेटी के पास भेजे जाने की मांग की।
विपक्षी दलों के सदस्य अलग-अलग मुद्दों पर जमकर हंगामा भी किया सांसदों की मांग है कि इस बिल को सेलेक्ट कमेटी के पास भेजा जाना चाहिए।