प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरु किए गए मैं भी चौकीदार अभियान के अब डार्क शेड्स भी नज़र आने लगे हैं। लोग अपने नाम के आगे चौकीदार लगाकर उन तमाम कामों को कराने की कोशिश कर रहे हैं, जिसके वो काबिल की ही नहीं।
ताज़ा मामला पश्चिम बंगाल के कोलकाता से सामने आया है। जहां सीबीएसई की बारहवीं की परीक्षा में फेल हुए एक छात्र ने अपने नाम के आगे चौकीदार लगाकर सोशल मीडिया के ज़रिए ये गुहार लगाई है कि उसे पास किया जाए।
छात्र का नाम अभिषेक जना है। जो कोलकाता का रहने वाला है। अभिषेक ने सीबीएसई से इस बार बारहवीं का एग्ज़ाम दिया था। लेकिन परीक्षा में वह फेल हो गया। रिज़ल्ट आने के बाद अभिषेक ने 3 मई को अपने ट्विटर पर एक ट्वीट किया।
जिसमें उसने शिक्षा मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से अपील करते हुए लिखा, ‘इस साल बारहवीं की परिक्षा पास करने के लिए उन्होंने बहुत मेहनत की लेकिन CBSE ने उन्हें पास नहीं किया। मैं आपसे अपील करता हूं कि मेरे रिज़ल्ट पर कार्रवाई करते हुए मुझे पास किया जाए। प्लीज़ मेरी ज़िंदगी बर्बाद ना करें। मैं कोलकाता में रहता हूं और मेरा रोल नंबर 6635011 है।’
दिलचस्प बात तो यह है कि अभिषेक ने जिस ट्विटर आईडी से ये अपील की उसमें उसने अपने नाम के आगे चौकीदार लगा रखा था। बस फिर क्या था जैसे ही उसने चौकीदार बनकर मदद मांगी तो लोगों ने उसे सोशल मीडिया पर ट्रोल करना शुरु कर दिया।
कुछ लोगों ने कहा कि सभी चौकीदारों का यही हाल है। चौकीदारों में काबिलियत नहीं। वहीं भाजपा समर्थकों ने इसे पीएम मोदी को बदनाम करने की साज़िश समझा और अभिषेक को भद्दी-भद्दी गालियां दीं। अभिषेक ने कहा, अब ना तो मैं चौकीदार हूं और ना ही मोदी फ़ैन।
अभिषेक ने द लल्लनटॉप से बात करते हुए कहा कि वह पीएम मोदी का बड़ा समर्थक है। उसने कहा कि उसे इस बात का पूरा यक़ीन है कि अगर पीएम मोदी ने उसकी मदद की तो वह फ़िर से पास हो सकता है।
अभिषेक ने बताया कि उसने एग्ज़ाम से पहले बहुत मेहनत की थी और अगर उसकी कॉपियां फिर से चेक कराई जाएं तो वह कम से कम पास तो हो ही जाएगा। अभिषेक ने बताया कि सोशल मीडिया पर ट्रोल किए जाने के बाद उसने अपना ट्विटर अकाउंट डिलीट कर दिया है।