पश्चिम बंगाल की सत्ता पर कब्जा करने के लिए भाजपा कई सालों से कोशिश कर रही है। इस साल गृह मंत्री अमित शाह यह दावा कर रहे हैं कि बंगाल में भाजपा 200 से ज्यादा सीटें हासिल कर सत्ता में आएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत भाजपा के स्टार प्रचारकों द्वारा ममता बनर्जी का किला उखाड़ फेंकने के बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं। लेकिन इसके विपरीत राज्य में भाजपा विरोधी माहौल बनता हुआ नजर आ रहा है।
आज कोलकाता में किसान आंदोलन के समर्थन में एक रैली की गई है। जहां हजारों की तादाद में लोग एकजुट हुए हैं। सोशल मीडिया पर इस रैली की तस्वीरें वायरल हो रही है।
तस्वीरों में देखा जा सकता है कि कई लोग अपने हाथों में किसान समर्थक झंडे थामे हुए हैं। बताया जा रहा है कि इस रैली में लोगों ने ‘नो वोट टू बीजेपी’ के नारे लगाए हैं।
आपको बता दें कि विधानसभा चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल में संयुक्त किसान मोर्चा ने भी राज्य के किसानों को एकजुट करने के लिए किसान महापंचायत का आयोजन करने की बात कही है। अगर राज्य में किसान महा पंचायतों का आयोजन होता है। तो यह भाजपा के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।
दरअसल तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पक्ष में पहले ही कई विपक्षी दल आ चुके हैं। समाजवादी पार्टी, राजद और शिवसेना के साथ-साथ एनसीपी ने भी ममता बनर्जी को समर्थन देने की बात कही है।
राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो भले ही तृणमूल कांग्रेस छोड़कर कई दिग्गज नेता भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो चुके हैं। लेकिन ममता बनर्जी का पलड़ा अभी भी भारी है।
क्योंकि राज्य की जनता का समर्थन उन्हें हासिल है। भाजपा और टीएमसी के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है। लेकिन राज्य में ममता बनर्जी से सत्ता छीन पाना भाजपा के लिए आसान नहीं है।