हरियाणा के फतेहाबाद में मंगलवार को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) बदलने के लिए कोशिश का मामला सामने आया है। यहां एक कॉलेज में बने स्ट्रॉन्ग रूम में EVM से लदा एक संदिग्ध ट्रक घुस आया। जिसके बाद कांग्रेसियों ने हंगामा किया और जांच के बाद ट्रक को वापस लौटा दिया गया।
मामला फतेहाबाद के भोड़िया खेड़ा महिला कॉलेज का है। यहां 12 मई को हुए वोटिंग के बाद EVM को स्ट्रॉन्ग रूम में रखा गया है। मंगलवार शाम को यहां उस वक्त हंगामे का माहौल खड़ा हो गया, जब यहां ईवीएम से लदा एक संदिग्ध ट्रक आ घुसा।
इसकी सूचना मिलते ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं वहां जमा हो गए और सुरक्षा में तैनात अधिकारियों से इसके बारे में जानकारी लेने की कोशिश की। गड़बड़ी की आशंका के चलते कांग्रेस के सिरसा लोकसभा उम्मीदवार और हरियाणा कांग्रेस प्रदेश कमेटी के अध्यक्ष डॉक्टर अशोक तंवर तुरंत मौके पर पहुंचे।
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उनके विरोध जताने के दौरान फतेहाबाद के डीसी धीरेंद्र खड़गता, एसपी विजय प्रताप सिंह, डीएसपी सुभाष चंद्र सहित चुनाव आयोग के कई अधिकारी मौके पर पहुंच गए। जिसके बाद मामले की छानबीन की गई तो पता चला कि इन ट्रक वालों के पास कोई परमिशन संबंधित दस्तावेज नहीं है। जिसके बाद प्रशासन ने विरोध के बीच ट्रक को वापस लौटा दिया।
इस मामले पर कांग्रेस ने गंभीर आरोप लगाए हैं। पार्टी का कहना है कि सुरक्षाकर्मी बीजेपी की एजेंट की तरह काम कर रहे हैं। उनका आरोप है कि ट्रक की जांच किए बिना ही उसे वापस भेज दिया गया। निर्वाचन अधिकारियों पर भी मामले में ढीला रवैया अपनाने का आरोप है। कहा जा रहा है कि ट्रक को ईवीएम बदलने के लिए बुलाया गया था।
हालांकि जिला निर्वाचन अधिकारी ने इससे इनकार किया है। उनका कहना है कि ट्रक में खाली संदूकों से भरा हुआ था। मतगणना के बाद ईवीएम मशीनों को इन संदूकों में भरा जाता है। यह ट्रक तहसील द्वारा सहायक निर्वाचन अधिकारी के निर्देश पर भेजा गया था। लेकिन राजनीतिक दलों में किसी भी तरह की कोई ग़लतफहमी न हो इसकी वजह से हमने ट्रक को वापस भेज दिया।