टीआरपी की रेस में दौड़ रहे न्यूज़ चैनलों ने अब मानवीय संवेदनाओं की फिक्र छोड़ दी है। वह ख़ुद को सबसे आगे रखने के लिए संवेदनाओं को ताक पर रखकर नए-नए तरीके इजाद कर रहे हैं। ऐसा ही एक तरीका आजतक ने इजाद किया। चैनल ने हैदराबाद गैंगरेप को रिक्रिएट करने की कोशिश की। इस हरकत के लिए चैनल की सोशल मीडिया पर जमकर आलोचना हो रही है।

दरअसल, आजतक की एंकर चित्रा त्रिपाठी दिल को दहला देने वाले प्रियंका रेड्डी गैंगरेप और मर्डर केस की ग्राउंड रिपोर्ट के लिए हैदराबाद पहुंची थीं। यहां वह मौका-ए-वारदात की तमाम जगहों पर जाती हैं और घटना को रिक्रिएट करने की कोशिश करती हैं। वह चैनल के कैमरे के ज़रिए ये बताती हैं कि दरिंदों ने किस तरह से वारदात को अंजाम दिया। लेकिन ऐसा करते वक्त वह ये भूल जाती हैं कि उनकी इस हरकत से पीड़िता के परिवार पर क्या गुज़रेगी।

किसी के घर में कोई हादसा होता है तो वह उसे याद नहीं करना चाहता, वो यादें उसे तकलीफ़ देती हैं। कभी भी उसके सामने उस हादसे का ज़िक्र होता है तो उसकी आंखों से आंसू छलक जाते हैं। लेकिन शायद टीआरपी की होड़ में भागे जा रहे चैनलों को इंसानी दर्द का कोई एहसास नहीं। वो इस बारे में सोचते ही नहीं कि उनकी इस हरकत से पीड़ित के परिजनों को कितनी तकलीफ होगी।

आजतक द्वारा हैदराबाद गैंगरेप को रिक्रिएट किए जाने पर सोशल मीडिया पर ग़ुस्सा देखने को मिल रहा है। ‘मी टू’ इंडिया नाम के वैरिफाइड ट्विटर अकाउंट से लिखा गया, “आप क्यों अपराध को फिर से बना रहे हैं? यह घृणित है और बलात्कार पीड़ितों के लिए ट्रिगर करने वाला है”।

अक्खड़ इलाहाबादी नाम के ट्विटर यूज़र ने लिखा, “टीआरपी के लिए और कितना गिरोगे। नाटकीय रूपांतरण करते एकबार भी किसी का दिल नहीं कचोटा की उसके मां बाप पे क्या गुजरेगी”।

ओपी नाम के यूज़र ने लिखा, “आजतक तुम्हें शर्म आनी चाहिए। इस तरह के अपराधों के लिए असंवेदनशील रिपोर्टिंग भी जिम्मेदार है”। 

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