जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में हुई हिंसा के लिए कौन ज़िम्मेदार है, इसका जवाब भले ही दिल्ली पुलिस ढूंढने में नाकाम रही हो। लेकिन टाइम्स नाऊ की एक डिबेट देखने वालों को इसका जवाब मिल गया है।
टाइम्स नाऊ की एक डिबेट में एबीवीपी की दिल्ली स्टेट ज्वाइंट सेक्रेटरी अनीमा सोंकर ने स्वीकार किया है कि उनके संगठन से जुड़े लोग हिंसा वाले दिन रॉड और डंडे लेकर कैंपस में घूम रहे थे। हालांकि उन्होंने कहा कि उनके संगठन के लोगों ने हाथों में रॉड और डंडे आत्मरक्षा में लिए थे।
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अनीमा ने ये बात तब कबूली जब एंकर ने शो के दौरान उन्हें एक फोटो दिखाई, जिसमें दो लोग हाथों में डंडे लिए दिखाई दे रहे हैं। एंकर ने पूछा कि फोटो में दिख रहे दो लोग, जिन्होंने डंडे ले रखे हैं, वो एबीवीपी के हैं। तब अनीमा ने जवाब दिया, “आत्मरक्षा के लिए”।
#JNUHiddenTruth | Listen in: ABVP Delhi State Jt Secretary ‘explains’ the video of alleged ABVP violence in JNU. | @thenewshour AGENDA with Padmaja Joshi. pic.twitter.com/eiYgZIn531
— TIMES NOW (@TimesNow) January 6, 2020
हालांकि, बाद में अनीमा ने अपने बयान पर स्पष्टीकरण दिया और तस्वीर की पहचान करने से इनकार करते हुए कहा कि उसने केवल स्वीकार किया है कि विकास पटेल नाम का एक व्यक्ति एबीवीपी कार्यकर्ता है।
बता दें कि इससे पहले इंडियन एक्सप्रेस ने भी अपनी एक रिपोर्ट में इस बात का ख़ुलासा किया है कि जेएनयू में हुई हिंसा एक साज़िश के तहत अंजाम दी गई। हिंसा के लिए ज़िम्मेदार व्हाट्सएप ग्रुप की पड़ताल के बाद अखबार ने बताया कि जेएनयू में छात्रों पर हमले में एबीवीपी के 8 पदाधिकारियों की भूमिका थी।
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साथ ही अखबार ने ये भी बताया कि हमले में JNU प्रॉक्टर और DU के एक शिक्षक और रिसर्च स्कॉलर का भी हाथ था। हैरानी की बात तो ये ही कि इन सब ख़ुलासों के बावजूद भी पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। फिलहाल इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।