बॉलीवुड के जानेमाने अभिनेता जॉन अब्राहम ने देश में बढ़ती नफ़रत को लेकर धार्मिक लोगो को ज़िम्मेदार ठहराया है। इनके अनुसार जो लोग ज़्यादा धार्मिक होते हैं या फिर धर्म को सबसे ऊपर रखते हैं वह लोग ज़्यादा खतरनाक होते हैं।
जॉन का कहना है कि उनके माता-पिता ने उन्हें चार वर्ष की उम्र तक किसी भी धर्म का पालन करने के लिए मजबूर नहीं किया था उनके माता-पिता कैथोलिक और जोरोस्ट्रियन मान्यताओं को मानते थे लेकिन उन्होंने मुझे कभी भी किसी धर्म विशेष को मानने के लिए मजबूर नहीं किया।
अभिनेता जॉन का मानना है कि हमें अच्छा इंसान बनने के लिए किसी भी धार्मिक जगह पर जाने की जरूरत नहीं है यदि हम मंदिर, मस्जिद, गुरूद्वारे में इबादत के लिए जाना चाहते है तो ऐसा करने की बजाए हम मानवता की सेवा कर सकते है इससे अच्छा और कुछ नहीं हो सकता है अगर हमें कुछ करना है तो उसके लिए हमें अच्छा इंसान बनना होगा और अच्छा इंसान अच्छे काम करके बना जा सकता है।
जॉन ने अपने कथन “जो लोग धर्म को सबसे ऊपर रखते है वह लोग सबसे ज़्यादा खतरनाक होते है” के बारे में कहा की कुछ लोग मेरे इस कथन से असहमत होंगे और मेरी आलोचना भी करेंगे लेकिन में कोई विवाद नहीं खड़ा करना चाहता। मैं चाहता हूं कि आप अपने जीवन में धार्मिक निति-नियम का पालन करे पर धर्म से दूर रहे।