असम समेत पूरे पूर्वोत्तर के राज्यों में नागरिकता विधेयक को लेकर विरोध प्रदर्शन और तेज हो गया है। कहीं-कहीं हालात बेकाबू हो गए हैं। गुवाहाटी में कर्फ्यू है इसके बावजूद हजारों लोग कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए गुरुवार को सड़कों पर उतर आए।
कई जगहों पर स्थिति को काबू करने के लिए पुलिस ने गोलियां चला दी हैं। लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह कह रहे हैं कि, “देश में शांति है।” ये कैसी शांति है?
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इस बीच गुवाहाटी में असम गण परिषद के कार्यालय को प्रदर्शनकारियों ने तोड़ दिया है। बता दें कि गुवाहाटी ने बुधवार रात अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है।
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— EastMojo (@EastMojo) December 12, 2019
असम में चार जगहों पर सेना के जवानों को तैनात किया गया है, जबकि त्रिपुरा में असम राइफल्स के जेअनों को तैनात किया गया है। असम के 10 जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद की गई हैं वहीं त्रिपुरा में 48 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद हैं।
नागरिकता संशोधन विधेयक (कैब) का लोकसभा से लेकर राज्यसभा में भारी विरोध हुआ था। लेकिन मोदी सरकार अपने हठ की वजह से इसे पास करवा लिया। जबकि यह आशंका जताई जा रही थी कि इससे देश में हालात बिगड़ सकते हैं। अब पूर्वोत्तर के 7 राज्य सरकार के हठ की वजह से जल रहे हैं और मोदी सरकार खिशियाँ मना रही है।