हैदराबाद गैंगरेप के आरोपियों का एनकाउंटर किए जाने पर जहां सवाल खड़े किए जा रहे हैं। इसे संविधान के खिलाफ़ कस्टोडियल हत्या बताया जा रहा है। वहीं कुछ लोग इस एनकाउंटर को जायज़ ठहराते हुए इसकी तारीफ़ करते नज़र आ रहे हैं।

एनकाउंटर की तारीफ़ करने वालों में बीजेपी सांसदों का नाम शीर्ष पर है। मीनाक्षी लेखी और राज्यवर्धन सिंह राठौर ने इसे जायज़ ठहराते हुए एनकाउंटर करन वाले पुलिसकर्मियों को बधाई दी है। मीनाक्षी लेखी ने लोकसभा में एनकाउंटर पर बहस के दौरान कहा कि जो भी हुआ वह बिल्‍कुल ठीक हुआ। आप अपराध भी करेंगे और हथकड़ी खोलकर भागने का प्रयास भी करेंगे। पुलिस के पास हथियार सजाकर रखने के लिए नहीं है।

वहीं बीजेपी सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौर ने ट्विटर के ज़रिए कहा, “मैं हैदराबाद पुलिस और उसके नेतृत्वकर्ताओं जिन्होंने पुलिस को पुलिस की तरह काम करने की अनुमति दी, उन्हें बधाई देता हूं। इस बात का पता सभी को चलने दें कि यह वो देश है, जहां अच्छाई हमेशा बुराई पर हावी रहेगी। (दिखावटी तौर पर नैतिक लोगों के लिए खंडन- पुलिस ने आत्मरक्षा में तेजी से काम किया)”।

बीजेपी सांसदों द्वारा एनकाउंटर को सही ठहराए जाने पर पत्रकार अजीत अंजुम ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, “उन्नाव की ही एक बेटी के बलात्कारी विधायक सेंगर के सरपरस्तों की पार्टी के नेतागण भी आज चीख चीखकर एनकाउंटर को जस्टिफाई कर रहे हैं. ये वही लोग हैं, जिन्होंने अपने बलात्कारी विधायक के गुनाहों पर मौनव्रत साढ़े रखा. उस पीड़िता के पिता को मारा गया. उसे भी मारने की कोशिश हुई”।

उन्होंने दूसरे ट्वीट में लिखा, “यूपी के बलात्कारी BJP MLA कुलदीप सेंगर को जेल में भी बीजेपी नेताओं की सलामी मिलती रही. साक्षी जैसे सांसद बलात्कारी को यशस्वी कहते रहे.पीड़िता लड़ती रही. मरती रही. तब सारे बीजेपी नेता बेटी के साथ नहीं बलात्कारी के साथ थे. करवा देते न अपने विधायक का भी एनकाउंटर”।

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