समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इत्र व्यापारी के यहां हुई छापेमारी की खबर को शेयर करते हुए लिखा है, ”सुबह तलक चीखकर सुना रहे थे कुछ ख़बरनवीस ‘जिसके’ गुनाह की कहानी… ‘उसका’ बादशाह से ताल्लुक़ निकलते ही शाम तलक वो खामोश हो गये…”

दरअसल, गुरूवार को कानपुर के आनंदपुरी में इत्र कारोबारी पीयूष जैन के आवास और फैक्ट्री पर डीजीजीआई और इनकम टैक्स विभाग ने छापा मारा था। इसके अलावा पीयूष जैन के मुंबई और गुजरात स्थित घर, फैक्ट्री, ऑफ़िस, कोल्ड स्टोरेज और पेट्रोल पंप पर छापेमारी की गई थी। केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड के अधिकारियों ने पीयूष जैन के पास से करोड़ों रुपये बरामद होने की पुष्टि की है।

छापेमारी की जानकारी सार्वजनिक होने के बाद भारतीय जनता पार्टी और तमाम न्यूज़ चैनलों ने दावा किया कि इत्र के इस व्यापारी से सपा प्रमुख अखिलेश यादव के संबंध हैं। साथ ही ये भी दावा किया गया है कि इस व्यापारी ने ‘समाजवादी इत्र’ बनाई थी।

उत्तर प्रदेश भाजपा ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया है कि, ”यह है सपाइयों का असली रंग, समाजवादी इत्र से ‘भ्रष्टाचार की गंध’ छिप नहीं पाई अखिलेश यादव, करोड़ों-करोड़ों का काला धन आपके झूठे समाजवाद की पोल खोल रहा है। सपा मतलब भ्रष्टाचार, ये नई नहीं, वही सपा है।”

हालांकि सवाल तो भारतीय जनता पार्टी से भी बनता है। कालाधन पर रोक और कैशलेस इकॉनोमी के नाम पर किए गए नोटबंदी को पांच वर्ष बीतने के बाद भी कोई व्यक्ति इतना अधिक कैश कैसे इक्ट्ठा कर पाया?

बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले राज्य में आयकर विभाग की कार्रवाई तेज हो गई है। हाल ही में समाजवादी पार्टी से जुड़े कुछ लोगों के यहां केंद्रीय एजेंसियों ने छापेमारी की थी।

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