सीबीएससी बोर्ड की परीक्षा में 12वीं में 500 में 500 अंक पाकर तुषार जाटव चर्चा का केंद्र बने हुए हैं।
शत प्रतिशत स्कोर के साथ टॉप करने के बाद भी दलित समाज से आने वाले तुषार को मीडिया में खास तवज्जो तो नहीं मिली मगर तमाम सामाजिक कार्यकर्ता और राजनेता अपनी तरफ से बधाई संदेश और उपहार भेज रहे हैं।
भले ही सीबीएसई का रिजल्ट आए हुए कई हफ्ते हो गए हों लेकिन तुषार के घर अभी भी बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।
इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने होनहार छात्र तुषार जाटव की तारीफ की है, साथ ही बधाई संदेश के साथ साथ एक लैपटॉप भी भेंट किया है।
अखिलेश यादव ने छात्र तुषार को पत्र लिखकर हौसलाफजाई करते हुए कहा कि, “सीबीएसई बोर्ड की 12 वीं परीक्षा में प्रदेश में टॉप कर अपने समाज, परिवार, राज्य का नाम ऊंचा किया है। मुझे विश्वास है कि तुम आगे उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भी इसी प्रकार उपलब्धियां हासिल करते रहोगे। मैं तुम्हारे सुखद और उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूँ।” अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी की तरफ से पढ़ाई के लिए छात्र तुषार को एक लैपटॉप भी दिया है।
बता दें कि, अखिलेश यादव ने अपने मुख्यमंत्रित्वकाल में उत्तर प्रदेश में 18 लाख छात्र-छात्राओं को लैपटाॅप दिये थे। यादव का दावा है कि आधुनिक तकनीकी से नयी पीढ़ी को तैयार करने के लिए ही समाजवादी सरकार में लैपटाॅप योजना लागू की गयी थी, जिसका छात्र-छात्राओं को भरपूर लाभ तथा आगे की पढ़ाई में सहयोग मिला था। साथ ही वो दावा करते हैं कि समाजवादी पार्टी नयी पीढ़ी को आगे बढ़ाने के लिए हमेशा संकल्पित रहती है।
किसी परीक्षा में शत-प्रतिशत अंक पा जाना आजकल भले ही बहुत बड़ी बात ना हो लेकिन इस देश में दलित समाज के किसी बच्चे का ऐसा स्कोर निश्चित ही बड़ी बात है, क्योंकि इसी देश में हिंदुत्व की ठेकेदारी करने वाले बटुकेश्वरदत्त शर्मा जैसे कथित ब्राम्हण विद्वान रहा करते हैं जो कहते हैं शूद्रों – दलितों को पढ़ाई करने का अधिकार ही नहीं है।