राष्ट्रवाद के नाम पर दिनभर उन्माद फैलाने वाला टीवी न्यूज़ चैनल ‘ज़ी न्यूज़’ बार-बार एक्सपोज हो रहा है। चीन को डरा देने, चीन को मिटा देने की बात करने वाले ज़ी न्यूज़ के मालिक सुभाष चंद्रा के चीन-प्रेम की इस बार पोल खुल गई है।
एकतरफ ज़ी न्यूज़ चीनी उत्पादों के बहिष्कार का अभियान चला रहा है चीन के सेवाओं के बहिष्कार पर मोदी सरकार की वाहवाही कर रहा है दूसरी तरफ चैनल का मालिक सुभाष चंद्रा अपना बंगला चीनी वाणिज्य दूतावास को किराए पर दे रहा है।
इस बात का खुलासा करते हुए पत्रकार दीपक शर्मा ट्विटर पर लिखते हैं-
राष्ट्रवादी चैनल Zee News के पितामह सुभाष चंद्रा ने मुम्बई के Cuffe Parade में अपना बंगला चीन सरकार के वाणिज्य दूतावास को मोटे किराये पर दिया है।
जून 15, 2020 को देश के 20 जवान चीनी सेना से लड़ते हुए शहीद हुए थे। इस शहादत के 14 दिन बाद, सुभाष जी ने 29 जून को चीन से करार किया।
राष्ट्रवादी चैनल Zee News के पितामह सुभाष चंद्रा ने मुम्बई के Cuffe Parade में अपना बंगला चीन सरकार के वाणिज्य दूतावास को मोटे किराये पर दिया है।
जून 15,2020 को देश के 20 जवान चीनी सेना से लड़ते हुए शहीद हुए थे। इस शहादत के 14 दिन बाद, सुभाष जी ने 29 जून को चीन से करार किया। pic.twitter.com/jBKwPFxWzt— Deepak Sharma (@DeepakSEditor) July 30, 2020
इस ट्वीट में तमाम वो दस्तावेज भी संलग्न किए गए हैं जिससे स्पष्ट हो जाता है कि भारतीय जवानों की शहादत के 14 दिन बाद सुभाष चंद्र ने चीन की पार्टी से आर्थिक करार किया है।
ऐसे में सवाल उठता है कि क्या पड़ोसी देशों के उत्पादों का बहिष्कार, पड़ोसी देश से व्यापार का बहिष्कार, पड़ोसी देश के खिलाफ नफरत का प्रचार प्रसार इसलिए किया जाता है ताकि आम जनता को उन्मादी बनाया जा सके और अपना अपना बिजनेस चमकाया जा सके।
चीनी उत्पादों के बहिष्कार के नाम पर इस देश में हजारों छोटे-मोटे दुकानदार अपनी रोजी रोटी कमा रहे हैं लेकिन ऐसे अभियान चलाने वाले टीवी चैनलों के मालिक चुपचाप करार करके लाखों की कमाई कर रहे हैं। जिससे यह बात स्पष्ट हो जाती है कि राष्ट्रवाद के नाम पर लोगों को मूर्ख बनाने वाले ये चैनल आम आदमी के जज्बातों का इस्तेमाल करते हैं।