पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के मीडिया एडवाइज़र रहे संजय बारू की किताब ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ पर बनी फिल्म का ट्रेलर लॉच हो चुका है। फिल्म का नाम भी किताब के नाम पर रखा गया है।

कांग्रेस ने इस फिल्म पर आपत्ति जताई है। कांग्रेस का कहना है कि इस फिल्म का मकसद पार्टी को बदनाम करना और बीजेपी को फायदा पहुंचाना है।

ट्रेलर और बीजेपी के दावों के मुताबिक, इस फिल्म में गांधी परिवार को विलेन के तौर पर पेश करते हुए यह दिखाया गया है कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह गांधी परिवार के हाथ की कठपुटली थे।

MP में फिल्म ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ पर बैन लगाने वाली खबर झूठी, क्या फेक न्यूज़ फैला रही है मीडिया?

बीजेपी ने इस फिल्म के ट्रेलर को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से शेयर किया है। इस ट्रेलर को शेयर करते हुए बीजेपी की ओर से लिखा गया, ‘एक परिवार ने कैसे एक देश को दस साल तक गिरवी रखा, इसकी दिलचस्प कहानी! क्या डॉ. सिंह एक ऐसे नेता थे जो प्रधानमंत्री की कुर्सी वारिस के तैयार होने तक ही संभाल रहे थे?

देखिए एक अंदर के शख़्स के अनुभवों पर आधारित फिल्म ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ का ट्रेलर, जो 11 जनवरी को रिलीज़ हो रही है।’

इस ट्रेलर के रिलीज़ होने के बाद प्रतिक्रियाओं का दौर भी शुरु हो गया है। आम आदमी पार्टी की विधायक अलका लांबा ने इसपर तंज़ कसते हुए ट्विटर के ज़रिए कहा,

नमाज़ पर पाबंदी लगाने वाली योगी सरकार RSS की शाखा पर पाबंदी क्यों नहीं लगातीः कांग्रेस

“क्या कोई ‘ट्रिपल तलाक’ और ‘एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ के बाद ‘गुजरात की बेन’ और ‘2002 के दंगे’ पर मूवी नहीं बना सकता”?

उन्होंने कहा, “अभी तो 90 दिन बाकी हैं। ईंट का जवाब पत्थर से दिया जा सकता है। बीजेपी बनाम कांग्रेस”।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here