कार्नाटक में जारी हिजाब-भगवा विवाद के बीच अब नीले रंग की भी एंट्री हो गयी है। कर्नाटक के चिक्कमंगलूर स्थित आईडीएसजी कॉलेज में अम्बेडकरवादी छात्रों का एक समूह हिजाब पहनने वाली छात्राओं के पढ़ाई के समर्थन में आया है। यह समूह ब्लू शॉल पहने जय भीम और जय अम्बेडकर के नारे लगा रहा है। साथ ही मुस्लिम लड़कियों की पढ़ाई को हिजाब की वजह से अवरुद्ध किए जाने का विरोध कर रहा है।
Another colour got added to ongoing #HijabisOurRight row. #Dalit students wearing #blueshawls chanting #JaiBhim came in support of #Hijab wearing girl students at IDSG college #Chikkamagalur #Karnataka. pic.twitter.com/07yZEePExr
— Imran Khan (@KeypadGuerilla) February 7, 2022
भारतीय स्वयंसेवक संघ का छात्र संगठन ABVP अब इन अम्बेडकरवादी छात्रों का भी विरोध कर रहा है। DSG कॉलेज में अंबेडकरवादी और हिन्दू दक्षिणपंथी छात्र अब आमने-सामने आ चुके हैं।
#blueshawls vs #saffronshawls
Confrontation between #Dalit students who came in support of #hijab vs #ABVP students who oppose it happened at IDSG college, #Chikkamagaluru #Karnataka. College management had to intervene to diffuse the tense situation. pic.twitter.com/v6fe0tb7gm— Imran Khan (@KeypadGuerilla) February 7, 2022
बता दें कि कर्नाटक में हिजाब विवाद अब सांप्रदायिक रंग लेने लगा है। पहले मुस्लिम लड़कियों को हिजाब पहनकर क्लास में आने से रोका गया। लड़कियों ने इसका जोरदार विरोध किया। उनका तर्क था कि हिजाब पहनने की आजादी धार्मिक स्वतंत्रता के अंतर्गत आता है।
हिजाब का विरोध कर रहे छात्र-छात्राओं के समूह ने भगवा शॉल पहनकर कॉलेज आना शुरू कर दिया, जिससे मामला अब हिजाब बनाम भगवा हो गया है।
हिजाब पहनने की मांग और उसका विरोध अब एक चलन बनता जा रहा है। इस चलन की चपेट में कर्नाटक के कई स्कूल और कॉलेज आ चुके हैं। मामला इतना बढ़ गया है कि शिक्षण संस्थानों को बंद करना पड़ रहा है।
Protests continue in the state. Visuals coming in from #Bhadravathi #KarnatakaHijabRow pic.twitter.com/0k2784jxo9
— Imran Khan (@KeypadGuerilla) February 7, 2022
इस बीच कर्नाटक सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए Karnataka Education Act-1983 की धारा 133 लागू कर दी है। इस एक्ट के तहत स्कूल में सभी को समान यूनिफॉर्म पहननी होगी। निजी स्कूल अपनी खुद की यूनिफॉर्म चुन सकते हैं। वहीं सरकारी स्कूलों में भी एक तय यूनिफॉर्म पहनकर ही आना होगा।