भारत में आई कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में भयानक रूप धारण किया हुआ है। इस जानलेवा संक्रमण की चपेट में आने से हर दिन हजारों की तादाद में लोग दम तोड़ रहे हैं।

इस हफ्ते की शुरुआत से भले ही कोरोना संक्रमण के मामलों में गिरावट देखी जा रही है। लेकिन मौतों का सिलसिला अभी थमने का नाम नहीं ले रहा है।

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने देश भर में लोगों को डर और सदमे में डाल दिया है। देश में सबसे ज्यादा जानें बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था की वजह से गई है।

इसका ठीकरा देश की सरकार के सर पर फोड़ा जा रहा है। क्योंकि जब कोरोना महासंकट में सरकार द्वारा कोई ठोस कदम उठाए जाने की जरूरत थी। तब मोदी सरकार चुनावों में व्यस्त थी।

दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जब देश में कोरोना संक्रमण की भयानक लहर हावी थी। तो इस दौरान मोदी कैबिनेट के 10 सबसे बड़े मंत्रियों के 1 से 14 मई द्वारा किए गए सोशल मीडिया पोस्ट का एनालिसिस किया गया है।

जिसमें देश के गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का नाम भी शामिल है।

आपको जानकर हैरानी होगी कि देश के गृहमंत्री अमित शाह ने 1 से 14 मई के बीच कोरोना संक्रमण से निपटने की तैयारी से जुड़ा सिर्फ एक ही ट्वीट किया है।

उनकी ट्विटर टाइम लाइन देखने से यह पता तक नहीं चलता कि भारत कोरोना की भयानक दूसरी लहर का सामना कर रहा है। अमित शाह ने क्रोना संकट से निपटने के ट्वीट के मुकाबले चुनावों जन्मतिथि पुण्यतिथि और अन्य मुद्दों पर कई ट्वीट्स किए हैं।

वहीँ देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा 1 मई से 14 मई के दौरान कोरोना महासंकट से जुड़ी सिर्फ पांच ट्वीट्स किए हैं। जिसमें से कुछ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए ट्वीट हैं। जिन्हें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रिट्वीट किया है।

आपको बता दें कि मोदी सरकार के मंत्री सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहते है। जोकि सरकारी फैसलों के प्रचार प्रसार से लेकर के मुद्दों पर बात रखने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हैं।

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