पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव खत्म होते हैं केंद्रीय जांच एजेंसियों ने तृणमूल कांग्रेस के नेताओं से पूछताछ करनी शुरू कर दी है।
दरअसल ऐसा माना जा रहा था कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद ही राज्य में सियासी पारा बढ़ सकता है।
आज इस कड़ी में तृणमूल कांग्रेस के तीन नेता नारदा स्कैम मामले से जुड़े पूछताछ के लिए सीबीआई ऑफिस पहुंचे थे।
बताया जा रहा है कि पार्टी नेताओं के समर्थन में खुद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज सीबीआई ऑफिस पहुंची। इस दौरान ममता बनर्जी के साथ उनके वकील भी मौजूद थे।
तृणमूल कांग्रेस के नेताओं की रिहाई की मांग कर रही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि अगर उन्होंने टीएमसी नेताओं को रिहा नहीं किया। तो उन्हें मुझे भी गिरफ्तार करना होगा। वरना मैं यहां से नहीं जाऊंगी।
बताया जाता है कि कई घंटों तक ममता बनर्जी वहीं पर मौजूद रही। इस दौरान सीबीआई ऑफिस के बाहर तृणमूल कांग्रेस के नेता भी बड़ी तादाद में जमा हुए थे।
इस मामले में पत्रकार अजीत अंजुम ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि “अगर शुभेंदु अधिकारी TMC में होते तो आज CBI की गिरफ्त में होते। 5 लाख लेते तो वो भी साफ दिख रहे हैं। जो BJP में गया ,वो ‘साफ’ होकर बच गया। मुकुल रॉय भी बचे।
#NaradaScam के खुलासे के वक्त BJP नेताओं ने भी इस वीडियो को शेयर किया था। अब उनके सोशल मीडिया पर भी सफाई हो गई है।”
अगर शुभेंदु अधिकारी TMC में होते तो आज CBI की गिरफ्त में होते .
5 लाख लेते तो वो भी साफ दिख रहे हैं .
जो BJP में गया ,वो 'साफ' होकर बच गया . मुकुल रॉय भी बचे.#NaradaScam के खुलासे के वक्त BJP नेताओं ने भी इस वीडियो को शेयर किया था ,अब उनके सोशल मीडिया पर भी सफाई हो गई है . pic.twitter.com/PpuWvDh0ij— Ajit Anjum (@ajitanjum) May 17, 2021
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से कुछ वक्त पहले ही पूर्व टीएमसी नेता शुभेंदु अधिकारी भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे। इस बार भाजपा ने उन्हें नंदीग्राम सीट से उम्मीदवार बनाया था।
जहां उनकी टक्कर ममता बनर्जी से हुई टीएमसी का आरोप है कि शुभेंदु अधिकारी ने भारतीय जनता पार्टी में शामिल होकर अपनी छवि साफ-सुथरी बना ली है।
क्योंकि भाजपा में जाने के बाद कोई भी नेता उस पर लगे आरोपों से मुक्त हो जाता है।