बुल्ली बाई ऐप मामले में मुंबई पुलिस ने एक और लड़के को गिरफ्तार कर लिया है। लड़के का नाम मयंक रावत है जो कोटद्वार के निंबूचौर का निवासी है। मयंक दिल्ली विश्वविद्यालय से बीएससी आनर्स की पढ़ाई कर रहा है। नामांकन 2019 में हुआ था लेकिन कोविड की वजह से हुए लॉकडाउन के कारण लम्बे समय से घर पर ही था।
पूछताछ में मयंक ने बताया कि वह बुल्ली बाई ऐप संचालित करने वालों से वर्चुअली जुड़ा हुआ था। आज तक उसकी इन लोगों से मुलाकात नहीं हुई है। एसएसआई के मुताबिक, मुंबई की टीम देहरादून की एसटीएफ के साथ मध्य रात्रि के बाद कोटद्वार पहुंची और मयंक को उसके घर से गिरफ्तार किया।
बता दें कि इससे पहले 4 जनवरी को उत्तराखंड से ही श्वेता सिंह को इसी मामले में गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में एक गिरफ्तारी बेंगलुरु से भी हुई है। बिहार निवासी 21 वर्षीय विशाल झा बेंगलुरु में रहकर इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था। मुंबई पुलिस ने मंगलवार को ही विशाल को भी गिरफ्तार किया।
बुल्ली बाई ऐप का पूरा विवाद नए साल के पहले दिन शुरू हुआ, जब कई मुस्लिम महिलाओं ने खुद को इस ऐप पर ‘नीलामी’ के लिए पाया। इस ऐप के जरिये ज्वलंत सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर मुखर रहने वाली मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाया गया। ऐप में ‘नीलामी’ के लिए डाली गई महिलाओं की तस्वीरों में जानी-मानी पत्रकार, कार्यकर्ता और वकील शामिल थीं।
बुल्ली बाई ऐप की तरह कुछ माह पहले सुल्ली डील्स भी विवादों में आया था। उसमें भी ट्रोल्स द्वारा मुस्लिम महिलाओं के लिए अपमानजनक टर्म का इस्तेमाल किया जाता था। सुल्ली डील्स में महिलाओं की तस्वीर डालकर ‘डील ऑफ द डे’ लिखा जाता था। वह ऐप भी गिटहब द्वारा ही होस्ट किया गया था।